नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर अपने सरकारी आवास के ‘सौंदर्यीकरण’ पर करोड़ों रुपये खर्च करने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को उनके निवास के समीप प्रदर्शन किया.
भाजपा ने केजरीवाल पर 2020-2022 के दौरान यहां सिविल लाइंस क्षेत्र में सरकारी आवास ‘छह फ्लैगस्टाफ रोड’ की मरम्मत पर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च करने का आरोप लगाया है. सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने यह कहते हुए पलटवार किया है कि भाजपा असल मुद्दों से ध्यान बांटने की कोशिश कर रही है.
केजरीवाल ने ‘भ्रष्टाचार का महल’ खड़ा कर लिया:
एक हवेली की प्रतिकृति लिये प्रदर्शनकारियों ने रिंग रोड पर चंडीग्राम अखाड़ा से दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास तक मार्च निकाला. केजरीवाल 2015 में मुख्यमंत्री बनने के बाद सिविल लाइंस वाले इस आवास में रह रहे हैं. भाजपा ने आरोप लगाया कि राजनीति में ईमानदारी एवं सादगी को बढ़ावा देने का दावा करने वाले केजरीवाल ने ‘भ्रष्टाचार का महल’ खड़ा कर लिया है.
नये मकान के निर्माण पर 30 करोड़ रुपये खर्च किये:
भाजपा पर पलटवार करते हुए आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि वह महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान बांटने का प्रयास कर रही है. सिंह ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिस आवास में रहते हैं वह वर्ष 1942 में बनाया गया था और अब तक तीन बार उसकी छत टूट चुकी है. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के बाद लोक निर्माण विभाग ने नया मकान बनाने का सुझाव दिया था. उन्होंने दावा किया कि नये मकान के निर्माण पर 30 करोड़ रुपये खर्च किये गये. सोर्स-भाषा