भाल्की: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ देश में नफरत एवं हिंसा फैला रहे हैं तथा लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हैं. उन्होंने यहां एक चुनावी सभा में लोगों का आह्वान किया कि वे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को भरपूर समर्थन दें और पार्टी को 150 सीटें जिताएं. कर्नाटक की सभी 224 सीटों के लिए 10 मई को मतदान होना है और 13 मई को मतगणना होगी.
उन्होंने कहा कि बीदर, बासवन्ना (12वीं सदी के समाज सुधारक) की कर्मभूमि है. उन्होंने सबसे पहले लोकतंत्र के बारे में बात की थी. राहुल गांधी ने आरोप लगाया, ‘‘दुख की बात है कि आज पूरे हिंदुस्तान में आरएसएस और भाजपा के लोग लोकतंत्र पर आक्रमण कर रहे हैं. आरएसएस एवं भाजपा के लोग हिंदुस्तान में नफरत और हिंसा फैलाकर, बसवन्ना जी की सोच पर आक्रमण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही जो चार वादे कांग्रेस ने किए हैं, उनको पूरा करने के लिए कदम उठाए जाएंगे. राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मोदी जी ने 15 लाख रुपये का वादा किया था, 15 लाख रुपए आए क्या? इसलिए हमें भाजपा की तरह झूठे वादे नहीं करने चाहिए. कांग्रेस जो भी वादा करेगी, उन्हें सरकार बनते ही जल्द से जल्द पूरा करेगी. कांग्रेस द्वारा घोषित चुनावी ‘गारंटी’ में कहा गया है कि ‘गृह ज्योति’ के तहत हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली, ‘गृह लक्ष्मी’ योजना के तहत परिवार की प्रत्येक प्रमुख महिला को 2,000 रुपये प्रति माह, ‘अन्न भाग्य’ के तहत बीपीएल परिवार के प्रत्येक सदस्य को हर महीने 10 किलोग्राम चावल की पेशकश की जाएगी.
इसके अलावा ‘युवा निधि’ के तहत बेरोजगार स्नातकों को प्रति माह 3,000 रुपये तथा डिप्लोमा धारकों को दो साल के लिए 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक में मौजूदा भाजपा सरकार ‘40 प्रतिशत कमीशन सरकार’ है. राहुल गांधी ने कहा कि आज कर्नाटक में हर काम के लिए 40 प्रतिशत कमीशन देता होता है. उन्होंने कहा, ‘‘इस चुनाव में कम से कम 150 सीटें कांग्रेस को देनी है. ये (भाजपा) विधायकों को खरीदने की कोशिश करेंगे. यह बहुत जरूरी है कि आप कांग्रेस को पूर्ण बहुमत दें. राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह 40 प्रतिशत कमीशन वाली भ्रष्ट सरकार को हटाने के लिए चुनाव है. भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए वोट देना है. सोर्स- भाषा