बाल विवाह निषेध अभियान; पहले सपने हो साकार फिर शादी का हो विचार, देव उठनी एकादशी से पहले अभियान चलाकर किया जा रहा जागरुक

बाल विवाह निषेध अभियान; पहले सपने हो साकार फिर शादी का हो विचार, देव उठनी एकादशी से पहले अभियान चलाकर किया जा रहा जागरुक

जयपुर : बाल विवाह निषेध अभियान के तहत पहले सपने साकार हो फिर शादी का विचार हो को लेकर देव उठनी एकादशी से पहले अभियान चलाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है.

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर जिला की ओर से जागरुक किया जा रहा है. DLSA जयपुर जिला के सचिव पवन जीनवाल ने बताया कि  सेवा महाविद्यालय विराटनगर, रा.उ.मा. विद्यालय विराटनगर, शाहपुरा, फागी, कोटपूटली, सांभर सहित जयपुर और जमवारामगढ़ में न्यायालय परिसर में बाल विवाह निषेध शिविर का आयोजन किया गया है.

साथ ही स्कूलों में पेंटिंग प्रतियोगिताओं के भी आयोजन किए गए हैं. विद्यार्थियों के द्वारा विधिक जागरुकता रैली का भी आयोजन किया गया है. इस दौरान एक NGO की सुश्री भाग्यश्री ने बाल विवाह से होने वाले दुष्परिणाम सहित बाल विवाह रोकने के लिए किए जाने वाले उपायों के विषय में जानकारी प्रदान की है.

सचिव जीनवाल ने बाल विवाह के साथ-साथ दहेज की कुप्रथा पर भी प्रकाश डाला.  इस दौरान तालुका विधिक सेवा समिति विराटनगर अध्यक्ष कुमार मोहन सहित जमवारामगढ़ की न्यायिक मजिस्ट्रेट विनीता कालिया भी उपस्थित रहे.