नई दिल्ली: केन्द्रीय जांच ब्यूरो ने एक कंपनी को घोंसा खान से कोयला उठाने की अनुमति देने के एवज में कथित रूप से तीन लाख रुपये से अधिक की रिश्वत मांगने के आरोप में वेस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के एक सब-एरिया प्रबंधक को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी.
उन्होंने बताया कि परिवहन कंपनी श्री ट्रांसपोर्ट ने केन्द्रीय एजेंसी में शिकायत दी थी कि जिट्टा ट्रेडिंग कंपनी ने ई-नीलामी में 8200 मीट्रिक टन कोयला खरीदा है और 11 जनवरी से पहले उसे खान से इतना कोयला उठाने की अनुमति थी. उन्होंने बताया कि 11 जनवरी तक श्री ट्रांसपोर्ट केवल 4623 मीट्रिक टन कोयला उठा पाया. उसके बाद जब कंपनी के पदाधिकारियों ने 31 जनवरी, 2023 को सब-एरिया प्रबंधक गौतम बासुत्कार के दफ्तर से संपर्क करके बाकी बचे 2500 मीट्रिक टन कोयले को उठाने के लिए नया परमिट मांगा तो उन्होंने इससे इंकार कर दिया. शिकायत में आरोप है कि अधिकारी ने कंपनी द्वारा पहले ही उठाए गए 4,623 मीट्रिक टन कोयले के लिए प्रति मीट्रिक टन 70 रुपये के हिसाब से 3.23 लाख रुपये की रिश्वत मांगी गई.
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि आरोपी अधिकारी ने कुल 3.65 लाख रुपये की रिश्त मांगी, जिसमें से कंपनी द्वारा पहले ही उठाए गए 4,623 मीट्रिक टन कोयले के लिए 3.23 लाख रुपये और पहले किए गए किसी काम के एवज में 42,000 रुपये मांगे गए. बासुत्कार ने बाद में बातचीत के बाद कथित रूप से 3.19 लाख रुपये की रिश्वत लेना स्वीकार कर लिया. उन्होंने बताया कि जब एक लाख रुपये की पहली किश्त दी गई तो सीबीआई ने शिकायत के आधार पर जाल बिछाया और अधिकारी को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया. सोर्स- भाषा