जनगणना-2027 को लेकर बिष्णु चरण मलिक बोले- 1881 के बाद हर 10 साल में हो रही जनगणना

जनगणना-2027 को लेकर बिष्णु चरण मलिक बोले- 1881 के बाद हर 10 साल में हो रही जनगणना

जयपुर: जनगणना-2027 को लेकर जनगणना निदेशक बिष्णु चरण मलिक ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि 1881 के बाद हर 10 साल में जनगणना हो रही है. राज्यस्तरीय जनगणना समिति का गठन हो चुका है. 16 जून को जनगणना 2027 की अधिसूचना जारी हो चुकी है. 2011 में पिछली बार जनगणना हुई थी. इसके बाद प्रशासनिक व्यवस्था में बदलाव हुआ है. राजस्थान में जिलों की संख्या 33 से बढ़कर 41 हो गई है. 

तहसीलों की संख्या 244 से बढ़कर 426 हो गई है. वैधानिक कस्बों की संख्या 185 से बढ़कर 313 हो गई है. नगर निगम की संख्या 7 से बढ़ाकर 13 हो गई है. भारत की जनगणना विश्व का सबसे बड़ा कार्य है. जनसंख्या सतत प्रक्रिया है, जिसमें संदर्भ तिथि आवश्यक है. जनगणना के आंकड़े हर क्षेत्र में उपयोगी है. जनगणना के आंकड़े से ही परिसीमन होता है. जनगणना के आंकड़े प्रशासनिक इकाइयों में काम आते हैं.

ऋग्वेद में जनगणना का उल्लेख मिलता है.1865-1872 में पहली बार असमकालिक जनगणना हुई. आजादी के बाद से 7वीं जनगणना होगी. जनगणना-2027 2 चरणों में की जाएगी. पहला चरण अप्रैल से सितंबर 2026 में किया जाएगा. इस दौरान मकान को सूचीबद्ध कर संपत्ति का विवरण जाना जाएगा.  दूसरा चरण 1 मार्च 2027 से शुरू होगा. इसमें तो व्यक्तियों की जनगणना की जाएगी. 

28 फरवरी तक जन्म मृत्यु को भी जनगणना में शामिल किया जाएगा. जनगणना के पहले चरण में मकानों को सूचीबद्ध किए जाते है. जहां 35 तरह की जानकारी ली जाती है. राजस्थान जनसंख्या में देश में 8वां स्थान है. इस बार एक ही चरण में जनगणना की जाएगी. पहले जनगणना दो चरणों में की जाती रही है. पहले चरण में मकानों को सूचीबद्ध किए जाते रहे है. यह कार्य अप्रैल से सितंबर में किया जाता था. 

जनवरी फरवरी में जनगणना की जाती रही है. जनगणना में प्रदेश में कई चुनौतियां सामने आती है. इसमें भौगोलिक स्थिति के साथ ही कई प्रकार की विविधताएं हैं. जनगणना के प्रसार प्रचार के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है.निदेशालय ने वॉट्सएप चैनल जारी किया गया है. प्रमुख सचिव भवानी सिंह देथा ने वॉट्सएप चैनल लांच किया है.