जयपुरः न पहाड़ टूटेंगे न ही पराली जानलेवा प्रदूषण फैलाएगी. सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तकनीक की इजाद की है. सड़क निर्माण के लिए स्टील स्लैग के उपयोग से पहाड़ बचेंगे. पराली को पायरोलिसिस प्रोसेस से बायो बिटुमिन में बदलेंगे.
दोनों ही तकनीक सड़क की मजबूती और पर्यावरण सुधार के लिए महत्वपूर्ण है. पराली से बायो बिटुमिन तैयार करने से बिटुमिन का 25 % आयात भी कम होगा.
सूरत, जीरो वैली इटानगर, डॉल्बी महाराष्ट्र और जमशेदपुर में परीक्षण किया है. कल नागपुर में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी बायो बिटुमिन सड़क का लोकार्पण करेंगे. राजस्थान में जल्द बायो बिटुमिन सड़क का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जाएगा.
#Jaipur: न पहाड़ टूटेंगे न ही पराली फैलाएगी जानलेवा प्रदूषण !
— First India News (@1stIndiaNews) December 20, 2024
सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तकनीक की इजाद, सड़क निर्माण के लिए स्टील स्लैग के उपयोग से बचेंगे पहाड़, पराली को.... #RajasthanWithFirstIndia #JaipurNews @RajGovOfficial @Nirmaltiwaribki pic.twitter.com/zuc7qHUBSm