इंदौर: केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि सरकार ‘कृषि उड़ान’ योजना से देश के 21 और हवाई अड्डों को जोड़ना चाहती है ताकि जल्दी खराब होने वाले कृषि, बागवानी और मत्स्य उत्पादों का तेज रफ्तार हवाई परिवहन सुनिश्चित किया जा सके.
सिंधिया, भारत की जी20 अध्यक्षता में कृषि उप प्रमुखों की इंदौर में जारी बैठक में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से मुखातिब थे. उन्होंने कहा, “फिलहाल कृषि उड़ान योजना से देश के कम से कम 31 हवाई अड्डे जुड़े हैं. मैं इस योजना से 21 और हवाई अड्डों को जोड़ने के लिए रक्षा मंत्रालय से चर्चा कर रहा हूं.’’
इंग्लैंड, सिंगापुर और फिलीपींस तक पहुंच रहे:
उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी और मछलीपालन क्षेत्रों के जल्दी खराब होने वाले उत्पादों के तेज रफ्तार परिवहन के लिए शुरू की गई कृषि उड़ान योजना बेहद कामयाब रही है. सिंधिया ने मिसाल दी कि पूर्वोत्तर भारत में पैदा होने वाले नींबू, कटहल और अंगूर इस योजना के जरिये न केवल देश के अन्य हिस्सों, बल्कि जर्मनी, इंग्लैंड, सिंगापुर और फिलीपींस तक पहुंच रहे हैं.
प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ:
जी20 बैठक के दूसरे दिन खाद्य सुरक्षा और पोषण, पर्यावरण अनुकूल तरीकों से टिकाऊ खेती, समावेशी कृषि मूल्य श्रृंखला एवं खाद्य आपूर्ति तंत्र और कृषि रूपांतरण के डिजिटलीकरण सरीखे चार प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर विस्तृत विचार-विमर्श हुआ. बैठक के आखिरी दिन बुधवार को प्रतिनिधियों द्वारा कृषि कार्य समूह की ओर से दिए जाने वाले प्रमुख समाधानों पर चर्चा की जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आयोजित तीन दिवसीय बैठक में 30 देशों के 89 कृषि प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं. सोर्स-भाषा