West Bengal: कालियागंज में हिंसा के दौरान घायल नागरिक पुलिस स्वयंसेवक की मौत

कालियागंज: पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले के कालियागंज में हिंसा के दौरान घायल हुए पुलिस के नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक की इलाज के दौरान बृहस्पतिवार को मौत हो गई. पुलिस ने यह जानकारी दी. इलाके में 17 वर्षीय एक लड़की की मौत के बाद हिंसा भड़क गई थी. पुलिस ने बताया कि मिज़ानुर रेहमान पुलिस का नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवक था. मंगलवार को कालियागंज में हुई हिंसा में वह गंभीर रूप से घायल हो गया था.  सिलीगुड़ी के नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 

इस मामले में कई लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन पुलिस ने मामले के संवेनशील होने का हवाला देते हुए विस्तृत जानकारी देने से इनकार कर दिया. किशोरी की मौत को लेकर मंगलवार को प्रदर्शन तब हिंसक हो गया था जब भीड़ ने कालियागंज थाने में आग लगा दी और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया कि रातभर की कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 33 वर्षीय व्यक्ति की हत्या कर दी. इस आरोप को जिले के अधिकारियों ने खारिज किया है. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि मृत्युंजय बर्मन की पुलिस ने गोली मारकर हत्या कर दी.  उन्होंने शव की तस्वीर और वीडियो भी साझा की जिसकी ‘पीटीआई-भाषा’ पुष्टि नहीं करता है.  हालांकि रायगंज जिला थाने के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया. अधिकारी ने बताया कि भारी पुलिस बल इलाके में तैनात किया गया है, जहां फिलहाल स्थिति ‘‘शांतिपूर्ण'’’ बनी है. 

गौरतलब है कि लड़की के लापता होने के एक दिन बाद गत शुक्रवार को उसका शव नहर में मिला था, जिसके बाद इलाके में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. शव को बरामद करने के बाद, पुलिस ने कथित तौर पर इसे कुछ मीटर की दूरी पर सड़क पर घसीटा जिसकी व्यापक स्तर पर आलोचना की गई और अंततः चार सहायक उप निरीक्षकों (एएसआई) को निलंबित कर दिया गया. लड़की के परिवार का आरोप है कि उसके साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. परिवार ने 20 वर्षीय युवक और उसके पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. सोर्स- भाषा