Jharkhand के मुख्यमंत्री ने देश के पहले हाइड्रोजन ईंधन उद्योग को स्थापित करने की दी मंजूरी

नई दिल्ली : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शनिवार को जमशेदपुर में 350 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से स्थापित होने वाले देश के पहले हाइड्रोजन ईंधन से संबंधित उद्योग को मंजूरी दे दी है, य​ह बात एक आधिकारिक बयान में कही गई है. प्रस्तावित इकाई की क्षमता 4000 से अधिक हाइड्रोजन आईसी इंजन/ईंधन एग्नोस्टिक इंजन और 10,000+ बैटरी प्रणाली होगी, जिसके लिए 354.28 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.

बयान में कहा गया है कि एक अनुमान के मुताबिक, इकाई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से 310 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करेगी. सोरेन ने घोषणा की कि हाइड्रोजन आंतरिक दहन इंजन, ईंधन-अज्ञेयवादी इंजन को मेसर्स टीसीपीएल ग्रीन एनर्जी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड (टीजीईएसपीएल), मेसर्स टाटा मोटर्स लिमिटेड और मेसर्स कमिंस इंक के संयुक्त उद्यम द्वारा पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर में विकसित किया जाएगा.

सोरेन ने दी अपनी सहमति:

सोरेन ने एडवांस केमिस्ट्री बैटरी, एच2 फ्यूल सेल के निर्माण/उत्पादन के लिए इकाई की स्थापना के लिए सिंगल विंडो क्लीयरेंस कमेटी और हाई-पावर कमेटी की मंजूरी की प्रत्याशा में निवेश प्रस्ताव के संबंध में मेसर्स टीजीईएसपीएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के लिए और एच2 ईंधन वितरण प्रणाली के लिए अपनी सहमति दी है.