जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को कहा कि अपराधियों को हम लोग छोड़ेंगे नहीं और जितने अपराधी हैं उनको समझ जाना चाहिए की उनके दिन लद गये हैं.
राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षु आरपीएस के 53वें बैच के दीक्षांत परेड समारोह कार्यक्रम के बाद मीडिया से वार्ता में गहलोत ने कहा कि जोधपुर, बीकानेर, उदयपुर और नागौर में अपराधियों के विरूद्ध लगातार अभियान चल रहा है.
राजस्थान में हाल ही में पकड़े गये अपराधियों के बारे में पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग छोडेंगे नहीं इनको (अपराधियों को) .. जितने अपराधी हैं उनको समझ जाना चाहिए कि आपके दिन लद गये हैं.. क्योंकि किस प्रकार से जो हरकते हो रही हैं.. दूसरे प्रदेशों से जो अपराधी यहां पर आतें है.. सबका इलाज कर रहें हैं यहां पर.. हम चाहेंगे कि यहां सुख शांति, चैन, प्यार, मोहब्बत रहे भाईचारा रहे और किसी तरह की हरकतें नहीं हो.’’
उल्लेखनीय है कि हाल ही में जयपुर पुलिस ने एक बड़ी सफलता में वांछित अपराधी एवं लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य रितिक बॉक्सर को नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था. उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था. उन्होंने कहा कि हर नौकरशाह, राजनेता, चिकित्सक, इंजीनीयर कोई भी हो सबको जनता के ट्रस्टी के रूप में काम करना चाहिए.. जन सेवा के रूप में काम करना चाहिए, इसलिये मैंने कहा कि यह नौकरी नहीं होती है.. नौकरी के साथ में सेवा भी होती है.
2019 की तुलना में राज्य में पांच प्रतिशत अपराध कम हुए:
इससे पूर्व दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार जवाबदेह, पारदर्शी एवं संवेदनशील पुलिस प्रशासन देने के लिए संकल्पित है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखने, अपराध पर अंकुश लगाने और समाज को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी का प्रतिबद्धता से निर्वहन कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 की तुलना में राज्य में पांच प्रतिशत अपराध कम हुए हैं जबकि 17 राज्यों में अपराधों की संख्या बढ़ी हैं. गुजरात में 69 प्रतिशत, हरियाणा में 24 प्रतिशत तथा मध्यप्रदेश में 20 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि महिला अपराधों की रोकथाम राज्य सरकार की मुख्य प्राथमिकता है.
आज राजस्थान पुलिस में महिलाओं की संख्या बढ़ी:
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने महिला पुलिसकर्मियों का सेंट्रल बैंड स्थापित करने एवं राज्य में सर्वश्रेष्ठ पुलिस प्रशिक्षण अकादमी तथा सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षक को पुरस्कृत करने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि महिलाओं का हर क्षेत्र में उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है. इसी का परिणाम है कि आज राजस्थान पुलिस में महिलाओं की संख्या बढ़ी है, आज पास आउट हो रहे 35 प्रशिक्षुओं में भी 13 महिला पुलिस अधिकारी हैं.