जयपुर: कोटा के रामगंज मंडी में महंगाई राहत कैंप में बीजेपी विधायक द्वारा हंगामा करने के मामले में राजनीति हलचल बढ़ गई है. इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि अपने 50 साल के राजनीतिक अनुभव में मैंने पहली बार देखा है कि कोई पार्टी जनता को महंगाई से राहत मिलने पर विरोध कर रही है. भाजपा के एक विधायक ने तो महंगाई राहत कैंप में जा कर कैंप बंद कराने का प्रयास किया. भाजपा क्यों चाहती है कि जनता महंगाई से त्रस्त रहे ?
दरअसल, कोटा जिले के रामगंजमंडी में महंगाई राहत कैंप में भाजपा प्रदेश महामंत्री और विधायक मदन दिलावर ने पार्टी समर्थकों के साथ पहुंच कर हंगामा खड़ा कर दिया था. यहां एमएलए ने कैंप कर्मियों के सामान उठाकर ले जाने को कहकर कैंप को बंद करवा दिया था. कैंप फिर से शुरू करने पर विधायक ने कैंप स्टोर में पहुंच कर लैपटॉप को बंद कर उठा लिया. दिलावर के आम जनता को भी संबोधित करते हुए कहा था कि इससे जनता को कोई राहत नहीं मिलेगी, केवल उनको मूर्ख बनाया जा रहा है.
मैं डरूंगा नहीं, एक केस क्या अनेकों केस के लिए तैयार हूं:
वहीं देर रात 9 बजे नगर पालिका रामगंजमंडी के अधिशासी अधिकारी सत्यनारायण राठौर ने विधायक दिलावर के खिलाफ रामगंजमंडी थाने में शिकायत दी. इसके बाद दिलावर के खिलाफ राजकार्य में बाधा उत्पन्न करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया. हालांकि मामले की जांच सीआईडीसीबी करेगी. इस पूरे प्रकरण पर विधायक मदन दिलावर ने कहा कि राजकार्य में बांधा के केस दर्ज कर यह मुझे डराना चाहते है, ताकि में कैंप में जाकर इनकी वास्तविक स्तिथि जनता के सामने न ला सकू, मैं डरूंगा नहीं, एक केस क्या अनेकों केस के लिए तैयार हूं. खाद्य सुरक्षा, प्रधानमंत्री आवास योजना आदि योजनाओं से पात्र लोगों को वंचित रखा जा रहा है. जब पहले के काम पेंडिंग है तो फिर लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए नए कैंप लगाए जा रहे है. मैं गरीबों की आवाज उठाता रहूंगा, पीछे हटने वाला नहीं हूं.