नई दिल्ली: राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के प्रस्तावित धरने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि उसकी मौजूदा सरकार के खिलाफ ऐसे किसी भी विरोध प्रदर्शन को पार्टी विरोधी गतिविधि माना जाएगा.
उल्लेखनीय है कि पायलट ने राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ एक नया मोर्चा खोलते हुए रविवार को कहा था कि वह राज्य की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में कथित तौर पर हुए ‘भ्रष्टाचार’ पर कार्रवाई की मांग को लेकर 11 अप्रैल को जयपुर में शहीद स्मारक पर एक दिन का अनशन करेंगे.
कांग्रेस के राजस्थान मामलों के प्रभारी महासचिव सुखजिंदर रंधावा ने कहा कि उन्होंने पायलट से बात की है और उनसे अपनी ही सरकार के खिलाफ जनता के बीच जाने के बजाय पार्टी के मंच पर मुद्दों को उठाने के लिए कहा है. रंधावा ने कहा कि मैंने निजी तौर पर सचिन पायलट को फोन किया और उनसे इस तरह जनता के बीच जाने के बजाय पार्टी के मंचों पर ऐसे मामले उठाने को कहा है.
ऐसी किसी कार्रवाई या अनशन का औचित्य नहीं:
उन्होंने कहा कि ऐसी किसी कार्रवाई या अनशन का औचित्य नहीं है और सभी मामले पार्टी के मंच पर उठाए जाने चाहिए, न कि इस तरह सार्वजनिक रूप से. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई भी कदम पार्टी विरोधी गतिविधि माना जाएगा.