जयपुर: राजस्थान में हाल में शुरु हुई मुख्यमंत्री निशुल्क बिजली योजना को लेकर जनता की भ्रांतियों को दूर करने के लिए ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी मीडिया से रूबरू हुए. उर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने योजना से जुडी भ्रांतियों को दूर करते हुए बताया कि उपभोक्ताओं को मनमाफिक कनेक्शन पर फ्री बिजली की योजना का लाभ मिल सकेगा.
इसके लिए डीजीlv से अधिक कनेक्शन लेने वाले उपभोक्ताओं को महंगाई है jराहत कैम्प में जाकर अपना के-नम्बर बदलवाना होगा. भाटी ने कहा कि जल्द ही सभी सहायक अभियंता कार्यालयों में भी और ऑनलाइन भी उपभोक्ता अपना मनमाफिक कनेक्शन का के-नम्बर देकर योजना का लाभ ले सकेगा. उर्जा मंत्री ने सिंगल पाइंट बिजली कनेक्शन वाली मल्टीस्टोरी बिल्डिंग को लेकर भी बताया कि ऐसी बिल्डिंग में रहने वाले उपभोक्ताओं को कैसे राहत मिल सके इसके लिए रास्ता निकाला जाएगा. भाटी ने बताया कि योजना का लक्ष्य आर्थिक दृष्टि से कमजोर ऐसे घरेलू उपभोक्ताओं को निशुल्क बिजली उपलब्ध कराना है जिनका बिजली का उपभोग 100 यूनिट रहता है. साथ ही 200 यूनिट प्रतिमाह उपभोग होने पर भी 100 यूनिट के साथ साथ स्थाई शुल्क,विद्युत कर,ईंधन अधिभार आदि कर ऐसे उपभोक्ताओं को नही देनें होंगे.
भाटी ने बताया कि राज्य में कुल 1 करोड 23 लाख 75 हजार 898 उपभोक्ताओं में से 1 करोड 4 लाख 58 हजार 241 उपभोक्ताओं को इसका लाभ मिल रहा है. वही 101 से 200 यूनिट की श्रेणी में 11 लाख 95 हजार 393 उपभोक्ता इस योजना से लाभांवित हो रहे है. वही निशुल्क कृषि बिजली योजना के तहत 2000 यूनिट उपभोग करने वाले किसानों का बिजली का बिल जीरो आ रहा है. इसका सीधे तौर पर करीब राज्य के 11 लाख 44 हजार कृषि कनेक्शन धारी किसानों को इसका लाभ मिल रहा है जो कि कुल कृषि कनेक्शन का 75.04 प्रतिशत है. इन दोनो योजनाओं से राज्य करीब 24 हजार करोड रुपये का वित्तीय भार वहन कर रहा है.