कन्नौजः उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले की गुरसहायगंज पुलिस ने एक किशोरी से दुष्कर्म के प्रयास के आरोपी रामजी वर्मा को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने शनिवार को बताया कि इस दौरान हुई मुठभेड़ में एक लाख रुपये के इनामी बदमाश को पैर में गोली लगी है.
पुलिस अधीक्षक (एसपी) कुंवर अनुपम सिंह ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने फर्रुखाबाद जिले के कमालगंज थानाक्षेत्र के खुदागंज निवासी रामजी वर्मा को एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया. सिंह ने बताया, ‘‘आरोपी बहुत ही शातिर अपराधी है. उसकी गिरफ्तारी हेतु गठित टीम द्वारा लगातार दबिश दी जा रही थी.
शुक्रवार को मुखबिर द्वारा पुलिस को सटीक सूचना प्राप्त हुई कि आरोपी रामजी वर्मा तेराजाकेट से ग्राम मलिकपुर के रास्ते अपने घर की ओर जा रहा है, इस पर थाना गुरसहायगंज में पुलिस टीम द्वारा घेराबंदी करके उसको रुकने के लिए कहा गया तो वह पुलिस दल पर गोलीबारी करने लगा.
बाल-बाल बचे जवानः
उन्होंने बताया कि गोलीबारी में पुलिस बल के जवान बाल-बाल बच गये और जवाबी गोलीबारी में आरोपी के बायें पैर में गोली लगी, जिससे वह मौके पर गिर गया और उसे पकड़ लिया गया और उसने अपना नाम रामजी वर्मा बताया. सिंह ने बताया कि आरोपी के पास से 315 बोर का एक देशी तमंचा, नौ कारतूस व दो खोखे बरामद हुये.
उन्होंने बताया कि आरोपी को उपचार हेतु जिला अस्पताल कन्नौज में भर्ती करा दिया गया है. एसपी ने बताया कि आरोपी वर्मा के विरूद्ध थाना गुरसहायगंज में मामला दर्ज करके आवश्यक विधिक कार्यवाही की जा रही है. उन्होंने बताया कि आरोपी के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के अन्तर्गत भी कार्यवाही की जा रही है.
उन्होंने बताया कि जनपद कन्नौज के थानाक्षेत्र गुरसहायगंज में 23 अक्टूबर 2022 को अपराह्न लगभग एक बजे 13 वर्ष की एक किशोरी घर से बाजार गयी थी. उन्होंने बताया कि आरोप है कि उसी दौरान वर्मा ने बालिका को बहला फुसलाकर अपने साथ पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस के पीछे झाड़ियों में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया था.
उन्होंने बताया कि हालांकि बालिका द्वारा विरोध करने पर आरोपी ने बालिका को जान से मारने के इरादे से उसके सिर पर ईंट से प्रहार करके उसे घायल स्थिति में छोड़कर भाग गया था. सिंह ने बताया कि मामले की सूचना पर पुलिस ने इस संबंध में सुसंगत धाराओं में एक मामला दर्ज की गई थी और कई टीम गठित करके लगभग 132 सीसीटीवी फुटेज एवं इलेक्ट्रानिक साक्ष्य व सर्विलांस के सहयोग से आरोपी की पहचान रामजी वर्मा के रूप में की गयी थी.
उन्होंने बताया कि आरोपी घटना के पश्चात मोबाइल फोन/सोशल मीडिया मंच का प्रयोग नहीं कर रहा था और अपनी पहचान एवं भेष बदल कर छिप रहा था. उन्होंने आरोपी के अन्य अपराधों का भी ब्योरा दिया. सोर्स भाषा