CM अशोक गहलोत बोले- युवकों को जलाने की घटना के मुल्जिमों को मिले फांसी की सजा

जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा कि भरतपुर के दो युवकों के अपहरण एवं उन्हें कथित रूप से जलाने की घटना के आरोपियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए. मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. उन्होंने हरियाणा सरकार से इस मामले को और गंभीरता से लेने की भी अपील की. गहलोत ने बृहस्पतिवार को भरतपुर जिले के घाटमीका गांव के उन दो युवकों के परिवार के लोगों से मुलाकात की जिनका अपहरण करने के बाद हरियाणा में हत्या कर दी गई थी. 

मुख्यमंत्री ने दोनों मृत युवक जुनैद तथा नासिर की पत्नियों एवं बच्चों के लिए पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद गहलोत कहा, 'घटना इतनी ह्रदय विदारक है, जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता. जिस रूप में युवक अपहृत किए गए, जिस रूप में मारपीट की गई, जिस रूप में (हरियाणा में) थाने ले जाए गए और थाने वालों ने उसे स्वीकार नहीं किया और आगे क्या हुआ किसी को नहीं मालूम कि किस प्रकार उनसे मारपीट हुई. किस तरह प्रकार जलाया गया.' उन्होंने कहा, 'बहुत बड़ी घटना है और उसी रूप सरकार ने इसे लिया है. मैंने खुद हरियाणा के मुख्यमंत्री से बात की जिन्होंने इस घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार करवाने में मदद का आश्वासन दिया. इतने दिन बाद भी वे लोग पकड़े नहीं जा रहे हैं. इसलिए मैं इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री से अपील करना चाहूंगा कि वे इस घटना को और ज्यादा गंभीरता से लें क्योंकि पूरे देश में इस घटना की चर्चा है.' 

उन्होंने कहा कि बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने तथा पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के प्रयास किये जा रहे हैं. इसके लिए दोनों राज्यों में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) स्तर पर भी लगातार बातचीत हो रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुल्जिम गिरफ्तार हो. उनको फांसी की सजा हो चाहे वह उदयपुर की घटना हो या यह घटना हो. ऐसी करतूत करने वाले लोगों को फांसी से कम सजा होनी ही नहीं चाहिए. गहलोत ने कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए इस घटना की जांच 'केस ऑफिसर स्कीम' के तहत की जाएगी. योजना के अंतर्गत एक कानूनी अधिकारी को नियुक्त कर आरोपियों को गिरफ्तार करने से लेकर चालान पेश करने और बाकी कानूनी प्रक्रिया को समयबद्ध रूप से पूरा किया जा सकेगा और इसकी प्रभावी निगरानी हो सकेगी. उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से त्वरित प्राथमिकी दर्ज कर केस को आगे बढ़ाया जाएगा. गहलोत ने कहा इस जघन्य हत्या के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस सक्रियता से कार्य कर रही है. 

उन्होंने कहा कि सरकार दोनों युवकों की पत्नियों तथा बच्चों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगी . इसमें से एक-एक लाख रुपये की राशि नकद दी जाएगी जबकि चार-चार लाख रुपये की राशि की एफडी करवाई जाएगी. साथ ही सरकार यह भी सुनिश्चित करेगी कि इन बच्चों को उचित शिक्षा उपलब्ध हो सके. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को संबल देने के लिए राज्य सरकार द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. उल्लेखनीय है कि पीड़ित परिवारों को शिक्षा राज्य मंत्री जाहिदा खान द्वारा 5-5 लाख रुपए एवं पंचायत समिति पहाड़ी द्वारा 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि उपलब्ध करवाई जा चुकी है. साथ ही, दोनों परिवारों को पीड़ित प्रतिकर योजना के तहत भी अन्तरिम सहायता के रूप में 1.25 लाख रुपए प्रति परिवार उपलब्ध करवाए जाएंगे, जिसकी स्वीकृति जारी हो चुकी है. इसके अतिरिक्त विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से जोड़कर दोनों परिवारों को लाभ दिया जाएगा. गहलोत ने घाटमीका गांव में हेलीपैड के पास की गई अस्थायी व्यवस्था में जुनैद एवं नासिर के परिजनों से मुलाकात की. इस दौरान मुख्यमंत्री मृतक जुनैद के बच्चों से भी मिले. 

उनके साथ पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, शिक्षा राज्य मंत्री और स्थानीय विधायक जाहिदा खान, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, मुख्य सचिव उषा शर्मा और पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा भी थे. उल्लेखनीय है कि राजस्थान के भरतपुर जिले में पहाड़ी तहसील के घाटमीका गांव के रहने वाले नासिर (25) और जुनैद (35) के बुरी तरह जले शव हरियाणा के भिवानी जिले के लोहारू में जले हुए वाहन जीप में मिले थे. इन दोनों का एक दिन पहले 15 फरवरी को कथित गोरक्षकों ने अपहरण कर लिया था. राजस्थान पुलिस ने एक आरोपी रिंकू सैनी को 17 फरवरी को गिरफ्तार किया था. बाद में पुलिस ने इन युवकों के अपहरण तथा हत्या के मामले में शामिल आठ और लोगों की पहचान की जिनकी इसमें संलिप्तता प्रमाणित हुई. सभी आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं. वहीं युवक जुनैद का मवेशी तस्करी का आपराधिक रिकॉर्ड था और उसके खिलाफ अलग-अलग थानों में पांच मामले दर्ज थे. सोर्स- भाषा