दौसा: दौसा जिले के कालीखाड़ में 14 साल का बच्चा आर्यन बोरवेल में फंस गया है. यह हादसा कल हुआ और रात से अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. NDRF (नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है और विशेष उपकरणों के माध्यम से बोरवेल में फंसे मासूम को बाहर निकालने के लिए प्रयास किया जा रहा है.
आर्यन करीब 150 फीट गहरे बोरवेल में फंसा हुआ है, जहां वह पुराने पाइपों के बीच फंसा है. रेस्क्यू टीम ने कई बार खुदाई करने के बावजूद सफलता प्राप्त नहीं की है, लेकिन रातभर विशेष रिंग और अन्य उपकरणों की मदद से बचाव कार्य जारी रखा गया. CCTV कैमरों और अन्य तकनीकी उपकरणों से रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी की जा रही है, जिसके प्रभारी एनडीआरएफ के योगेश मीना हैं.
रेस्क्यू ऑपरेशन में एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) और स्थानीय बचाव टीम भी शामिल हैं. कल से ही दर्जनों JCB मशीनों और ट्रैक्टरों के जरिए मिट्टी की खुदाई की जा रही है. गौरतलब है कि यह वही टीम है, जिसने पिछले दिनों बांदीकुई में एक बालिका को बोरवेल से सफलतापूर्वक निकाला था, जब उन्होंने पैरेलल टनल खोदकर बच्ची तक पहुंचने का काम किया था. इस बार भी उम्मीद जताई जा रही है कि टीम आर्यन को सुरक्षित निकालने में सफल होगी.
रेस्क्यू ऑपरेशन की निगरानी कर रहे दौसा के कलेक्टर देवेन्द्र कुमार ने बताया कि बचाव कार्य के लिए आपदा राहत विभाग से फंड जारी किया जाएगा. इस घटना पर भाजपा नेता जगमोहन मीना ने डॉ. किरोड़ी लाल मीना से संपर्क किया और सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल सभी टीमों की कोशिशें जारी हैं, और स्थानीय लोग भी लगातार इस कोशिश में मदद कर रहे हैं.