कांस्टेबल प्रहलाद की मौत के बाद परिजनों में नाराजगी, न्याय नहीं मिलते तक शव लेने से किया इनकार ! प्रशासन के सामने रखी ये मांगे

जयपुर: दौसा मुठभेड़ में जान गंवाने वाले कांस्टेबल प्रहलाद की मौत के बाद परिजनों में नाराजगी है. मीडिया से बातचीत में परिजनों ने कहा कि जब तक प्रहलाद को न्याय नहीं मिलता तब तक शव नहीं लेंगे. प्रहलाद के बड़े भाई रणजीत सिंह ने कहा कि जब तक भाई को शहीद का दर्जा नहीं मिल जाता, मुआवजा राशइ और आर्थिक संबल का आश्वासन लिखित में नहीं होता तब तक शव अंतिम संस्कार के लिए नहीं ले जाएंगे. अब पुलिस अधिकारी परिवारजनों से समझाइश कर रहे हैं. 

वहीं दूसरी ओर कांस्टेबल प्रहलाद के निधन से हर आंख नम है. SMS अस्पताल में जवान प्रहलाद को अंतिम विदाई देने पुलिस के आलाधिकारी पहुंच रहे हैं. IG जयपुर रेंज उमेश दत्ता, जयपुर ग्रामीण SP डॉ. राजीव पचार, एडिशनल एसपी बजरंग सिंह शेखावत समेत अन्य अधिकारी मोर्चरी पहुंचे हैं. मोर्चरी में कांस्टेबल प्रहलाद का पोस्टमार्टम चल रहा है. वहीं प्रहलाद के रिश्तेदारों का अस्पताल परिसर में रो-रो कर बुरा हाल है. पुलिस के आला अधिकारी परिजनों को ढाढस बांध रहे हैं. कांस्टेबल प्रहलाद का अंतिम संस्कार नीमकाथाना स्थित थोई चिपलाटा गांव में होगा. 

प्रहलाद सिंह का SMS अस्पताल के बांगड़ में इलाज चल रहा था:
आपको बता दें कि इससे पहले आज दौसा जिले के सिकंदरा थाना क्षेत्र के रेटा गांव में कांस्टेबल पर फायरिंग से जुड़े मामले में प्रहलाद सिंह आखिर जिंदगी की जंग हार गया. मुठभेड़ मे घायल कांस्टेबल प्रहलाद सिंह का SMS अस्पताल के बांगड़ में इलाज चल रहा था. न्यूरोसर्जरी HOD डॉ. अशोक गुप्ता ने प्रहलाद के निधन की पुष्टि की है. प्रहलाद के सिर में गोली के दो पार्ट थे. चिकित्सकों ने एक पार्ट को ऑपरेशन के जरिए बाहर निकाला जबकि दूसरा पार्ट काफी अंदर होने के चलते सिर में ही मौजूद रह गया. 

 

फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया:
इससे पहले गुरुवार को  प्रहलाद सिंह पर फायरिंग करने वाला मुख्य आरोपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोपी घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही एक झाड़ियों में छिपा हुआ था. पकड़ने के दौरान भी दोनों तरफ से क्रॉस फायरिंग हुई जिसमें आरोपी को भी गोली लगी है, जिसे एंबुलेंस के जरिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उपचार जारी है.

लोकेशन ट्रेस होने पर हथियारबंद जवान एक्टिव हो गए:
वह 34 घंटे से बाजरे के खेत में छुपा था. प्यास लगी तो मोबाइल ऑन कर भाई को पानी लाने का मैसेज किया. लोकेशन ट्रेस होने पर हथियारबंद जवान एक्टिव हो गए. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी ने 3 बार मोबाइल ऑन किया था. तीसरी बार में उसकी लोकेशन ट्रेस हो गई. डॉग स्क्वायड उसे देखकर भौंका. आरोपी ने फायरिंग की तो जवाबी फायरिंग में उसके दाहिने पैर में गोली लग गई. उसे पहले दौसा, बाद में जयपुर रेफर किया गया.  

बाइक चोरी के दो आरोपियों में से एक ने की थी फायरिंग: 
बता दें कि बुधवार सुबह डीएसटी के एक कॉन्स्टेबल प्रहलाद सिंह पर बाइक चोरी के दो आरोपियों में से एक ने उस वक्त फायर पर दिया जब उनका पीछा किया जा रहा था. उसके बाद प्रहलाद सिंह को पहले दौसा और उसके बाद जयपुर भर्ती करवाया गया. आज उपचार के दौरान प्रहलाद सिंह आखिर जिंदगी की जंग हार गया.