जयपुर: आमागढ़ लेपर्ड रिजर्व से आई दुखद खबर ने आज वन्य जीव प्रेमियों को झकझोर कर रख दिया. करीब 4 वर्ष के मेल लेपर्ड नकुल का रूट नम्बर 3 पर शव मिलने से वन कर्मचारी सकते में आ गए. शव मिलने की सूचना पर मौके पर पहुंचे रेंज अधिकारी जनेश्वर चौधरी ने हालात का जायजा लिया और वन कर्मचारी से पूरी घटना की जानकारी भी ली.
जनेश्वर चौधरी ने बताया कि लेपर्ड के सिर में चोट के निशान थे और दाएं तरफ पेट पर भी जख्म थे. देखने पर प्रतीत होता है कि दूसरे लेपर्ड से इलाके की जंग में नकुल ने अपनी जान गंवा दी. आसपास मिले पग मार्ग के आधार पर आशंका जताई जा रही है कि दूसरे मेल लेपर्ड तारा सिंह या प्रिंस से टेरिटोरियल फाइट में नकुल को गहरी चोट लगी और उसने दम तोड़ दिया. चूंकि चोट सिर में लगी.
इसलिए जख्मी लेपर्ड प्राकृतिक रूप से उबर नही पाया और उसकी मौत हो गई. लेपर्ड का पोस्टमार्टम कर अंतिम संस्कार किया जाएगा. वन्य जीव प्रेमियों का कहना है कि आमागढ़ में नकुल ही ऐसा लेपर्ड था जिसकी नियमित साइटिंग होती थी ऐसे में उसकी मौत होना निश्चित तौर पर दुखद है.