मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को निर्वाचन आयोग द्वारा उनके धड़े को वास्तविक शिवसेना के रूप में मान्यता दिए जाने के फैसले को सचाई एवं लोगों की जीत बताया. उन्होंने आयोग के फैसले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा कि मैं निर्वाचन आयोग को धन्यवाद देता हूं. लोकतंत्र में बहुमत का महत्व होता है. यह सच्चाई और लोगों की जीत है और साथ ही यह बालासाहेब ठाकरे का आशीर्वाद भी है. हमारी शिवसेना वास्तविक है.
उन्होंने कहा कि हमने बालासाहेब के विचारों को ध्यान में रखते हुए पिछले साल महाराष्ट्र में (भारतीय जनता पार्टी के साथ) सरकार बनाई. उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अब यह साबित हो गया है कि एकनाथ शिंदे वास्तविक शिवसेना का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह फैसला गुण-दोष के आधार पर किया गया है. शिवसेना (उद्धव ठाकरे) धड़े के सांसद संजय राउत ने आयोग के आदेश को लोकतंत्र की हत्या करार दिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि उनकी पार्टी आयोग के फैसले के खिलाफ लोगों के बीच जाएगी. उन्होंने कहा कि हम फैसले को चुनौती देंगे. हमें ऐसे फैसले की उम्मीद थी. यह सब दबाव में हुआ है. मुझे निर्वाचन आयोग पर भरोसा नहीं है. पाला बदलने के लिए शिंदे गुट के विधायकों द्वारा पैसे लेने के आरोपों के संदर्भ में राउत ने कहा कि यह ‘‘खोके’’ की जीत है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता सुप्रिया सुले ने कहा, ‘‘हम निर्वाचन आयोग के फैसले से हैरान हैं. यह एक स्वायत्त निकाय है और मुझे नहीं पता कि आयोग ने किस आधार पर यह फैसला दिया. उन्होंने कहा, "बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना की स्थापना की थी और उन्होंने फैसला किया था कि उद्धव ठाकरे उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी होंगे." कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि चुनाव आयोग का फैसला उम्मीद के अनुरूप था. सोर्स- भाषा