पर्यावरण बचाने के लिए दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों का स्वागत, प्रदूषण के साथ ही कम होगा हैल्थकेयर पर होने वाला खर्च

पर्यावरण बचाने के लिए दिल्ली में इलेक्ट्रिक वाहनों का स्वागत, प्रदूषण के साथ ही कम होगा हैल्थकेयर पर होने वाला खर्च

नई दिल्लीः दिल्ली की हवा में PM2.5 प्रदूषण के लिए वाहन सबसे ज्यादा जिम्मेदार है. दिल्ली में कारों से 25.54%, वाणिज्यिक वाहनों से 39% वायु प्रदूषण है. वाहनों में 61.84% दुपहिया, लेकिन उनसे ज्यादा प्रदूषण नहीं है. पंजाब और हरियाणा में पराली जलने से दिल्ली में अतिरिक्त प्रदूषण हो गया है. 

दिल्ली में सभी वाहनों को EV में बदलने पर फोकस एक अच्छा कदम है. इससे प्रदूषण के साथ ही हैल्थकेयर पर होने वाला खर्च कम होगा. लेकिन वाहनों के EV में बदलना बड़ी चुनौती, इनकी लागत बहुत ज्यादा है. 

चार्जिंग स्टेशन बहुत कम, चार्जिंग की रफ्तार भी ज्यादा नहीं है. लीथियम-आयन और अन्य केमिकल विदेशों से आयात करने पड़ते है. बैट्री उत्पादन का पर्यावरण पर क्या असर होगा, यह एक अलग मुद्दा इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर लोगों में जागरूकता की भी कमी है.