जयपुर: राजस्थान में डेंगू बेकाबू होता, मुख्यालय मॉनिटरिंग में ही "फिसड्डी" ? मौसमी बीमारियों के आंकड़ों की सरकारी खानापूर्ति से जुड़ी खबर सामने आ रही है. पिछले 3 दिन में राजस्थान में डेंगू तीन मरीजों की जान ले चुका है. दो दिन पहले दौसा में एक महिला डॉक्टर की डेंगू के चलते मौत हुई, जबकि कोटा में एएनएम की ट्रेनिंग ले रही स्टूडेंट भी जान गंवा चुकी है.
इसके अलावा पाली में भी एक मरीज की डेंगू से मौत की खबर आ रही है. इस सूचनाओं के बावजूद चिकित्सा विभाग के अफसर अनजान बने हुए है. विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में डेंगू के अब तक 4227 पॉजिटिव मरीज हैं. उदयपुर में सर्वाधिक 550 और जयपुर में 396 मरीज विभाग ने चिन्हित किए, लेकिन किसी भी जिले में अब तक डेंगू से मौत रजिस्टर्ड नहीं की गई है.
#Jaipur: प्रदेश में बेकाबू होता डेंगू, मुख्यालय मॉनिटरिंग में ही "फिसड्डी" ?
— First India News (@1stIndiaNews) September 28, 2024
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इस पूरे मामले में निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ.आरपी माथुर ने जानकारी दी. केन्द्र ने बीमारियों से मौतों का एक फॉर्मेट तय किया है,जिसे हम फोलो करते हैं. किसी भी मरीज की मौत होने पर जिले से डेथ ऑडिट के साथ पूरी समरी मिलती है. इसके बाद मुख्यालय पर इन दस्तावेजों की जांच के बाद मौत को रिकॉर्ड किया जाता है. हम सभी जिलों को कई बार पत्र लिख चुके हैं कि वो पूरी प्रक्रिया के साथ रिकॉर्ड को भेजे.