Dinesh Gautam ने लिखी Ab Dilli Dur Nahi की दमदार कहानी, Imran Zahid की एक्टिंग ने किया कमाल

Dinesh Gautam ने लिखी Ab Dilli Dur Nahi की दमदार कहानी, Imran Zahid की एक्टिंग ने किया कमाल

मुंबई : यूपीएससी की एग्जाम देकर आईएएस आईपीएस बनने का सपना देखने वाले युवाओं की कमी नहीं है. हालांकि, हर किसी का सपना पूरा नहीं होता और इसे पूरा करने के लिए कठोर परिश्रम करना पड़ता है. गांव और कस्बों से हजारों युवा आईपीएस बनने का सपना लेकर बड़े शहरों में आते हैं और यहां कर कठिन परिश्रम करने लगते हैं, लेकिन चकाचौंध भरी दुनियादारी के बीच उनका यह परिश्रम कहीं ना कहीं फीका पड़ने लगता है.

कोई इन सपनों को पूरा कर लेता है तो कोई यहां की चीजों में पत्थर पीछे रह जाता है और यही कहानी फिल्म अब दिल्ली दूर नहीं (Ab Dilli Dur nahi) में दिखाई गई है. यह कहानी 2006 बैच के आईएएस ऑफिसर जायसवाल की लाइफ से इंस्पायर है. तंगी की वजह से उनकी मां का निधन हो गया था और पिता रिक्शा चलाते थे और 22 साल की उम्र में उन्होंने आईएएस बन कर दिखाया था.

दिनेश गौतम ने लिखी कहानी

इस मोटिवेशनल फिल्म की कहानी को दिनेश गौतम ने लिखा है जो लेखक होने के साथ-साथ मीडिया इंडस्ट्री का एक जाना पहचाना चेहरा है और उन्होंने कई सारे बड़े ब्रांड के साथ काम किया है। कुछ समय पहले ही उन्होंने TV9 भारतवर्ष को अलविदा कह कर टाइम्स नाउ नवभारत में कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर पद संभाला है। इसके अलावा वो आईटीवी नेटवर्क, ईटीवी, जी न्यूज, सहारा न्यूज नेटवर्क में वरिष्ठ पदों पर काम कर चुके हैं। 

फिल्म की कहानी

फिल्म में अभय शुक्ला नामक एक लड़के की कहानी दिखाई गई है जो अपने जिले का टॉपर बनता है और गांव से निकलकर बड़े शहर में यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आता है उसका प्रीलिम्स निकला ही और उसे मेंस की तैयारी करनी है. इसी बीच अपने मकान मालिक की लड़की नियति से उसका दिल लग जाता है और दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो जाती है.

फिल्म में अभय की जिंदगी में काफी उतार-चढ़ाव आते हैं और यहां पर आरक्षण जैसे मुद्दे को भी उठाया गया है इसके बाद इसे प्यार में धोखा मिलता है और अपनी पढ़ाई छोटे कोचिंग सेंटर में पढ़ाने का भी फैसला होता है लेकिन जैसे तैसे वो अपनी यूपीएससी पास कर लेता है. फिल्म में आखिर में एक ट्विस्ट भी दिखाया जाने वाला है.

फिल्म में इमरान जाहिद और श्रुति सोढ़ी ने बेहतरीन कलाकारी दिखाई है और खास बात यह है कि इसमें महेश भट्ट का कैमियो है और उन्हें पर्दे पर देखना बहुत ही शानदार लग रहा है वो एक मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर नजर आ रहे हैं. फिल्म को कमल चंद्रा ने डायरेक्ट किया है और इसकी कहानी दिनेश गौतम ने लिखी है.

इमरान जाहिद की एक्टिंग

फिल्म में इमरान जाहिद लीड कैरेक्टर के रोल में नजर आ रहे हैं और उनकी दमदार एक्टिंग किसी का भी दिल जीत सकती है. एक्टर ने अपने किरदार को पर्दे पर जीवंत रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है. एक्सेंट से लेकर दमदार एक्टिंग तक सब कुछ बिल्कुल परफेक्ट है और वह इस प्रोजेक्ट में बेस्ट साबित हुए हैं और फिल्म की रिलीज के लिए उन्हें 10 साल इंतजार करना पड़ा हालांकि इस बीच को थिएटर में पूरी तरह से एक्टिव थे और यह कहा जा सकता है कि अब वह दिल्ली दूर नहीं के जरिए मुंबई के करीब पहुंच चुके हैं. 

लव स्टोरी बनी फोकस

95 मिनट की इस फिल्म में यूपीएससी से ज्यादा लव स्टोरी पर फोकस किया गया है लेकिन बीच-बीच में यूपीएससी एग्जाम की तैयारी और क्लासेज दिखाकर इसमें बैलेंस बनाने की कोशिश की गई है. फिल्म में कोई तड़क-भड़क तो नहीं है लेकिन कुछ लाइट मूड सॉन्ग आपका मनोरंजन करेंगे और कुलमिलाकर ये मोटिवेशनल है.