नागौर: राजस्थान सरकार में सार्वजनिक निर्माण, पर्यटन तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की मंत्री एवं उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने आज नागौर जिले के मेड़ता में आयोजित प्रसिद्ध मीरा महोत्सव में भाग लिया. उन्होंने ऐतिहासिक मीरा मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया और सार्वजनिक सभा को संबोधित किया.
इसके बाद उप मुख्यमंत्री ने मेड़ता उपखंड कार्यालय में उनके मंत्रालयों के जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. बैठक में उन्होंने तीनों विभागों की योजनाओं, प्रगति और जनहित कार्यों की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली.
उप मुख्यमंत्री द्वारा विभाग वर समीक्षा:
उपमुख्यमंत्री द्वारा बैठक में सार्वजनिक निर्माण विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए गए कि जिले के सभी मरम्मत योग्य स्कूलों एवं सरकारी भवनों की सूची तुरंत तैयार की जाए और उनकी मरम्मत का कार्य तत्काल प्रारंभ किया जाए. बैठक में एनएचएआई अधिकारियों के अनुपस्थित होने पर माननीय उपमुख्यमंत्री ने भारी नाराजगी व्यक्त की. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी सड़क के निर्माण से पहले उचित जल निकासी (ड्रेनेज) व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, विशेषकर वर्तमान मानसून सीजन को देखते हुए. उन्होंने मेड़ता रोड पर प्रस्तावित बायपास से जुड़ी औपचारिकताएं पूर्ण कर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिए .
मंत्री दीया कुमारी ने जिले के महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि जिले की सभी आंगनबाड़ियों का निरीक्षण कर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. साथ ही सभी आंगनबाड़ियों में पीने के पानी और बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. उन्होंने बच्चों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए मॉड्यूलर आंगनबाड़ियों की व्यवहार्यता का भी अध्ययन करने के निर्देश गए.
उपमुख्यमंत्री ने जिले में पर्यटन विभाग की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहां की मेड़ता के मीराबाई मंदिर के लिए विश्व स्तरीय पैनोरमा सहित विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया जाए, जिससे प्रस्तावित मीरा बाई मंदिर को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल सके. उप मुख्यमंत्री ने मेड़ता में भव्य मीरा महल के निर्माण का भी निर्देश दिया, जो स्थानीय संस्कृति, कला और इतिहास का प्रतीक बनेगा. उन्होंने नागौर जिले के ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व को देखते हुए पर्यटन सुविधाओं के विस्तार और प्रचार-प्रसार को प्राथमिकता देने पर जोर दिया.
जनप्रतिनिधियों से संवाद:
बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से उप मुख्यमंत्री ने कहां कि वे अपने क्षेत्रों की विकास संबंधी मांगें और आवश्यकताएं शीघ्र प्रस्तुत करें, ताकि उन्हें अगले बजट में शामिल करने पर विचार किया जा सके. उन्होंने कहा, "राज्य सरकार का उद्देश्य है कि हर योजना का लाभ पात्र व्यक्ति तक पारदर्शी और प्रभावी तरीके से पहुंचे. विभाग आपसी समन्वय के साथ काम करते हुए जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरें." उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने स्पष्ट किया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और समय-समय पर प्रगति की समीक्षा की जाएगी.