मंत्री संजय शर्मा के पगफेरे से जंगलात महकमे में दिखने लगे बदलाव, बाघ-बाघिन से लेकर वन संपदा तक के प्रति मंत्री का है असीम प्यार और श्रृद्धा

जयपुर: वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा के पगफेरे जंगलात विभाग की तस्वीर बदलने लगी है. बाघिन टी 60 की मौत और टी 99 की खराब हालत की जानकारी मिलने के बाद मंत्री संजय शर्मा सोमवार को खुद रणथंभौर पहुंच गए. साथ मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर को भी लेकर गए. जाते ही फील्ड डायरेक्टर पी कथिरवेल, डीसीएफ मोहित गुप्ता, संदीप चौधरी व दोनों पशु चिकित्सकों को भी बुलाया. 

सभी को साथ लेकर बाघिन टी 99 की लोकेशन पर पहुंचे और पहले तो ट्रेंक्यूलाइज करवाने के प्रयास किए पर सफलता न मिलने पर एंटीबायोटिक इंजेक्शन खुद के सामने ही लगवाया. यही नहीं चार घंटे बाघिन की बॉडी के रिस्पांस को देखा और तबीयत बेहतर होने पर ही रणथंभौर से रवाना हुए. बाघिन टी 99 ऐश्वर्या ने इसके बाद बकरे का शिकार भी किया. 

कल रणथंभौर प्रवास पर मंत्री संजय शर्मा ने अधिकारियों को चेताया कि आपसी खींचतान बंद करें और बाघ सहित वन और वन्यजीव संरक्षण व बेहतर ट्रेकिंग व मॉनिटरिंग पर ध्यान लगाएं. साफ कहा कि लापरवाही की शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बाघों के नियमित सेंपल आईवीआरआई बरेली और देहरादून भेजने व विशेषज्ञ चिकित्सकों से लगातार संपर्क के भी निर्देश दिए.