जयपुर : कल रावण दहन के दिन भारी बारिश से हर कोई मायूस हुआ. बारिश के कारण रावण का पुतला भीग गया था. और रावण दहन तथा पटाखों का उत्सव देखने से लाखों लोग वंचित रह गए.
इसके साथ ही छोटे-छोटे व्यापारियों और थड़ी वालों पर भी बड़ा आघात हुआ. उनका सारा सामान भी बरसात में भीग गया. और खरीदारी ना होने के कारण इन गरीब परिवारों में निराशा का माहौल रहा.
सचमुच दशहरे के दिन आई बरसात से इन गरीब लोगों का दिल टूट गया और अब यह लोग कर रहे अगले साल के दशहरा उत्सव का इंतजार में हैं. उत्साह और उमंग के साथ कारीगरों ने 121 और 105 फीट पुतला तैयार किया था.
लेकिन एक झटके में ही बरसात ने इन कारीगरों का दिल तोड़ दिया. कुल मिलाकर दशहरे की खुशी का उत्सव एक मायूस पल में बदल गया. वहीं कोटा में रावण का पुतला जलने के दौरान बारिश के चलते सेंसर सिस्टम ठप हो गया.
जिसके बाद नगर निगम की अग्निशमन टीम ने हाइड्रोलिक क्रेन के जरिये रावण के पुतले के कई अलग अलग हिस्सों को जलाने का प्रयास किया. फिर कहीं जाकर देर रात रावण को जलाया गया.