जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान देते हुए कहा कि आज गुजरात में पेपर लीक होने से परीक्षा रद्द की गई. पंचायत सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ने जूनियर क्लर्क की भर्ती परीक्षा रद्द की. यह दिखाता है कि देशभर में पेपर लीक एक विकट समस्या बन गया है. गुजरात में यह पिछले सालों में 17वां पेपर लीक है. सेना भर्ती, हाईकोर्ट भर्ती, DRDO भर्ती तक में पेपर लीक और अनियमितताओं की शिकायत आई हैं, जो दिखाता है कि यह समस्या कितनी गंभीर है?
राजस्थान में पेपरलीक को गंभीरता से लेकर सख्त कार्रवाई की गई हैं. पेपर लीक में शामिल लोगों को जेल भेजा गया. नौकरी से बर्खास्त किया गया एवं माफियाओं की अवैध संपत्ति ध्वस्त की गई. मैं आशा करता हूं कि बाकी सरकारें भी गंभीरता से काम करेंगी. युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखकर ऐसी ही गंभीरता से काम करेंगी. सभी सरकारों को पेपर लीक की देशव्यापी समस्या को लेकर व्यापक हल निकालने पर विचार करना चाहिए, जिससे युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो सकें.
#Jaipur: गुजरात में पेपरलीक, राजस्थान में गरमाई राजनीति !
— First India News (@1stIndiaNews) January 29, 2023
CM के OSD लोकेश शर्मा का ट्वीट, कहा- "गुजरात की घटना से एक बार फिर किया साबित, पेपरलीक राजस्थान ही नहीं अन्य राज्यों में भी हो रहा...@_lokeshsharma @ashokgehlot51 @KalrajMishra @INCRajasthan @BJP4Rajasthan @RajCMO pic.twitter.com/bE9WSH37Ya
आपको बता दें कि गुजरात में पेपरलीक, राजस्थान में राजनीति गरमाई गई है! इससे पहले मुख्यमंत्री गहलोत के OSD लोकेश शर्मा ने ट्वीट करते हुए कहा कि गुजरात की घटना से एक बार फिर साबित किया. पेपरलीक राजस्थान ही नहीं अन्य राज्यों में भी हो रहा है. प्रदेश में विपक्ष द्वारा इस मुद्दे पर घटिया राजनीति करना उचित नहीं है. विधानसभा में राज्यपाल का अभिभाषण तक नहीं होने देना उचित नहीं है.
CM अशोक गहलोत स्वयं कई बार कह चुके हैं. यह देशभर की समस्या बन चुकी है और ये बहुत चिंता का विषय है. राजस्थान में सरकार ऐसी घटनाओं में सख्त कार्रवाई कर रही है. दरअसल विधानसभा में BJP आक्रामक हो रही है. पेपरलीक मामले पर लगातार सरकार को घेर रहे है. अब कांग्रेस सरकार को गुजरात की घटना से मौका मिला. भाजपा को उचित जवाब देने का मौका मिला.