जयपुर: बरसात का सीजन शुरू होने के साथ ही मौसमी बीमारियों ने हर घर दस्तक देना शुरू कर दिया है.इन दिनों हर घर में आई फ्लू सबसे बड़ी बीमारी के रूप में सामने आ रहा है.राजधानी जयपुर की बात की जाए तो एसएमएस में सभी अस्पतालों में रोजाना सैकड़ों की तादाद में आई फ्लू के पीड़ित मरीज पहुंच रहे हैं. आखिर क्या है फील्ड में आई फ्लू की स्थिति, अस्पतालों के हालात और कैसे बचाव किया जाए.
SMS के नेत्र रोग विभाग के एचओडी डॉ पंकज शर्मा ने कहा कि कोविड के चलते पिछले दो तीन सालों में कम केस आए थे, लेकिन अब आई फ्लू का काफी विकराल रुप देखने को मिल रहा है. आई-फ्लू पीड़ित को देखने या हवा से यह बीमारी नहीं फैलती है.
सिर्फ इंफेक्शन के स्पर्श से दूसरे व्यक्ति में बीमारी के फैलने का डर रहता है. ऐसे में लोगों को चाहिए कि इंफेक्शन से ग्रसित व्यक्ति आइसोलेट रहे. कोशिश की जाए कि पीड़ित मरीज के स्पर्श की हुई चीजों को अलग रखा जाए. ताकि, एक से दूसरे व्यक्ति में "आई-फ्लू" का इंफेक्शन नहीं फैले.