जयपुरः राजस्थान में गिरता हुआ तापमान और बढ़ती हुई सर्दी अब आम जन को परेशान करने लगी है. हाड़ कपाने वाली सर्दी ने लोगों के बीच ठिठुरन बढ़ने लगी है. जिसने लोगों को बचाव के लिए अलाव का सहारा लेने के लिए मजबूर कर दिया है. वहीं राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ का असर भी दिखने लगा है. ऐसे में मौसम विभाग के मुताबिक 3 दिन बारिश का अलर्ट जारी किया गया है.
इसके साथ ही प्रदेश के कई जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है. कोहरे की जीरो विजिबिलिटी के बीच सड़क दुर्घटना की भी संभावना बढ़ गयी है.
पाली में शीतलहर के साथ सर्दी ने अपने तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. आकाश में छाए घने बादलों से तापमान 5 डिग्री तक पहुंच गया है. सोजत,रायपुर,बर,जैतारण में घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो रहा है. ग्रामीण एवं मैदानी इलाकों में तेज सर्दी का सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है. बारिश एवं ओले गिरने के येलो अलर्ट से किसानों की चिंता बढ़ी है. क्योंकि बारिश,ओले गिरे तो रायड़े और जीरे की फसल को नुकसान होगा.
धोरों की धरा जैसलमेर में सर्दी का थर्ड डिग्री टार्चर जारी है. कड़ाके की सर्दी के साथ ही शीतलहर का प्रकोप भी देखने को मिल रहा है. 14 K/M प्रति घंटे की रफ्तार से सर्द हवाएं चल रही है. तापमान में लगातार गिरावट का दौर जारी है. जिसने ठिठुरन बढ़ा के रख दी है. पिछले तीन दिन में तापमान लुढ़कर 7 डिग्री पहुंच गया है. आसमान में घना कोहरा पहुंचा हुआ है. यही कारण है कि विजिबिलिटी भी कम हो गयी है. घने कोहरे के चलते वाहन चालकों को परेशानी हो रही है. सड़कों पर वाहन रेंग रेंग कर चल रहे है. आमजन सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहा है.
कोटा के इटावा क्षेत्र में भी मौसम का मिजाज अचानक बदल गया है. करीब डेढ़ घंटे से बारिश का दौर चल रहा. बादलों की तेज गर्जना के साथ इंद्रदेव बरस रहे है. सर्दी के मौसम में बारिश ने आमजन के हाल बिगाड़े के रख दिये है. हाड़ कंपाने वाली सर्दी के बीच बारिश ने धूजणी छुड़ा दी है. वहीं किसानों को भी फसलों में नुकसान की आशंका है.