नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए सोमवार को किसानों ने पुलिस अवरोधक तोड़ दिए. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन स्थल पर किसी अप्रिय घटना से इनकार किया. घटना से संबंधित कथित वीडियो में किसान अवरोधकों पर चढ़ते और यहां तक कि इनमें से कुछ को घसीटते और धकेलते हुए विरोध स्थल पर प्रवेश करने का प्रयास करते दिखते हैं.
पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) प्रणव तायल ने कहा कि यह घटना तब हुई जब कुछ किसान धरना स्थल पर पहुंचने की 'जल्दी' में थे. उन्होंने कहा कि किसानों को प्रदर्शन स्थल तक ले जाने के लिए अवरोधक हटा दिए गए थे और बैठक शांतिपूर्ण तरीके से हो रही है. पुलिस उपायुक्त ने एक ट्वीट में कहा, "किसानों के एक समूह को जंतर-मंतर तक ले जाया गया. वे धरना स्थल तक पहुंचने की जल्दी में थे और उनमें से कुछ अवरोधकों पर चढ़ गए जो नीचे गिर गए तथा उन्हें हटा दिया गया. पुलिसकर्मियों ने उनके प्रवेश की सुविधा के लिए अवरोधकों को एक तरफ कर दिया." उन्होंने कहा, "प्रदर्शनकारी धरना स्थल पर पहुंच गए हैं और बैठक शांतिपूर्वक चल रही है. पुलिस ने जोर देकर कहा कि प्रदर्शनकारियों के साथ कोई झड़प नहीं हुई और स्थल पर पुलिस प्रदर्शनकारियों को सुविधा प्रदान करने तथा शांतिपूर्ण सभा सुनिश्चित करने का काम कर रही है.
दिल्ली पुलिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट में कहा गया, "सभी से अनुरोध है कि वे फर्जी खबरों पर विश्वास न करें. जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों को सुविधा दी जा रही है. सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए डीएफएमडी के माध्यम से प्रवेश को विनियमित किया जा रहा है. कृपया शांतिपूर्ण रहें और कानून का पालन करें." पहलवान 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे हैं और भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए बड़ी संख्या में किसान धरना स्थल पर एकत्र हुए हैं. सोर्स- भाषा