जयपुरः FDI में लगातार गिरावट ने सरकार की टेंशन बढ़ा दी है. विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के प्रवाह में लगातार गिरावट हो रही है. जहां वर्ष 2022-23 के दौरान 28 बिलियन डालर था. वर्ष 2023-24 में FDI का प्रवाह केवल 10 बिलियन रह गया. अब सरकार FDI में सुधार के लिए शायद एक्शन में आ गई है.
हालांकि FDI में सबसे अच्छा प्रदर्शन 2020-21 में देखा गया था. तब विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के प्रवाह ने 44 बिलियन डालर का आंकड़ा छुआ था. लेकिन अब निर्यात और आयात के बीच अंतर बढ़ने से सरकार चिंतित है. रुपया कमजोर होने से विदेशी निवेशक पैसा लगाने से पहले अलर्ट होते है.