जयपुर: 16वीं राजस्थान विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू होगा. विधानसभा सचिवालय ने बुलेटिन जारी किया. विधानसभा अध्यक्ष चुनाव का बुलेटिन जारी किया. कल 21 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा. दोपहर 12 बजे से पहले प्रस्तावकों के नाम विधानसभा सचिव को देने होंगे. जिस दल ने उम्मीदवार बनाया है, प्रस्तावकों के नाम संबंधित पार्टी का विधायक दल देगा. वासुदेव देवनानी का नाम सर्वसम्मत तय माना जा रहा है. प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालीचरण सराफ शपथ ले चुके है. इसलिए 198 सदस्य सदन में शपथ लेंगे. शेष एक सदस्य श्रीकरणपुर विस क्षेत्र के चुनाव के बाद निर्वाचित होंगे.
आपको बता दें कि राजस्थान विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों का शपथग्रहण आज होगा. नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. सबसे पहले सदन के नेता मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को शपथ दिलाई जाएगी. उसके बाद उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा शपथ लेंगे. प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ शपथ दिलाएंगे.परसों विधनसभा अध्यक्ष का निर्वाचन होगा. माना जा रहा वासुदेव देवनानी अगले स्पीकर होंगे.मंत्रिपरिषद का गठन जल्द से जल्द होने के संकेत है.
राज्यपाल कलराज मिश्र ने 16वीं विधानसभा का पहला सत्र 20 दिसंबर से शुरू करने की अनुमति प्रदान की.राज्यपाल की अनुमति के बाद विधानसभा के सचिव महावीर प्रसाद शर्मा ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. राजस्थान विधानसभा के नए सत्र का कल से आगाज हो रहा है.नए विधायकों को कल विधानसभा की सदस्यता की शपथ दिलाई जाएगी.प्रोटेम स्पीकर कालीचरण सराफ शपथ दिलाएंगे.इसके बाद सभापति पैनल के विधायक दयाराम परमार, प्रताप सिंह सिंघवी, किरोड़ी लाल मीणा को शपथ दिलवाई जाएगी. बाद में नाम के अनुसार अल्फाबेट क्रम में शपथ ग्रहण का सिलसिला चलेगा. 21 दिसंबर को विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा.
12 बजे से पहले प्रस्तावकों के नाम विधानसभा सचिव को देने होंगे, जिस दल ने अध्यक्ष पर के लिए उम्मीदवार बनाया है, प्रस्तावकों के नाम संबंधित पार्टी का विधायक दल देगा, बहरहाल वासुदेव जनानी का नाम सर्वसम्मत तय माना जा रहा है.प्रोटेम स्पीकर के रूप में कालीचरण सराफ शपथ ले चुके हैं. इसलिए 198 सदस्य सदन में शपथ लेंगे,शेष एक सदस्य श्रीकरणपुर विस क्षेत्र के चुनाव के बाद निर्वाचित होंगे. सीएम भजन लाल शर्मा की टीम का भी इंतजार है माना जा रहा जल्द ही नए मंत्री शपथ लेंगे. 15 से लेकर 17 विधायक ले सकते है मंत्री के तौर पर शपथ.सभी बड़े नेताओं से आलाकमान ने इस बारे में राय ले ली है. प्रत्येक संभाग से दो या तीन मंत्री बनाए जा सकते है.