जयपुर: राजस्थान में बीजेपी अक्सर पहली बार चुनकर आने वाले विधायक को भी मंत्री बना देती है, कांग्रेस में ऐसा रिवाज कमोबेश कम देखने को मिलता है लेकिन बीजेपी में ऐसा नहीं है.वसुंधरा राजे की पहली सरकार में यूनुस खान और प्रभु लाल सैनी पहली बार विधायक बने और कैबिनेट के मंत्री बने थे.राजस्थान में बीजेपी की नई सरकार के नए मुख्यमंत्री भी पहली बार जीते विधायकों में से कुछ प्रमुख चेहरों को मंत्री बन सकते हैं देखते हैं. बीजेपी सरकारों में पहली बार जीते विधायकों को उनकी योग्यताओं और सोशल इंजीनियरिंग के कारण मंत्री बनाने की परंपरा रही है.भैरों सिंह शेखावत और वसुंधरा राजे की सरकारों के समय ऐसा हो चुका.पिछली राजे सरकार में पहली बार विधायक चुने गए अरुण चतुर्वेदी को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. वसुंधरा राजे की पहली सरकार में यूनुस खान ,प्रभु लाल सैनी,वीरेंद्र मीना सरीखे चेहरे मंत्री बनाए गए थे.
पहली बार बने विधायकों को बनाया जा सकता है मंत्री:
इन विधायकों का दावा मजबूत
झोटवाड़ा से जीते राज्यवर्धन राठौड़
राठौड़ बतौर सांसद केंद्र में रह चुके अहम मंत्रालयों के मंत्री
गुढ़ामालानी से जीते केके विश्नोई का दावा मजबूत
के के ने कर्नल सोनाराम जैसे दिग्गज को चुनावी समर में हराया
मारवाड़ - मालानी और विश्नोई कोटे से मंत्री पद संभव
सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा को मिल सकता है अवसर
शर्मा ने प्रख्यात पत्रकार होने के साथ ही प्रताप सिंह खाचरियावास जैसे दिग्गज को हराया
सांगानेर विधायक भजन लाल शर्मा
भजन लाल शर्मा बीजेपी संगठन में कई पदों पर रह चुके
जयपुर के संत महंत बाल मुकुंदाचार्य को भी अवसर संभव
हिंदुत्व कार्ड के तहत महंत को जिम्मेदारी दी जा सकती है
पोकरण से जीते महंत प्रताप पुरी को मिल सकता है मंत्री पद
राजपूत और जैसलमेर कोटे से मंत्री पद संभव
ख्यातनाम तारातरा मठ के प्रमुख होने के कारण भी दावा मजबूत
गाजी फकीर के बेटे सालेह मोहम्मद को चुनाव हराया
मांडल से जीते उदयलाल भड़ाना की दावेदारी
रेवन्यू मंत्री और कद्दावर नेता रामलाल जाट को हराया था
कोटपुतली विधायक से विधायक हंसराज पटेल का दावा
पटेल ने मंत्री राजेंद्र यादव को चुनाव हराया
शकुंतला रावत को हराने वाले बानसूर विधायक देवी सिंह शेखावत का दावा
विराटनगर से विधायक कुलदीप धनखड़ की दावेदारी
प्रमोद जैन भाया को हराने वाले कंवर लाल मीणा का दावा
माली वर्ग से आने वाले बांदीकुई विधायक भागचंद टाकड़ा की दावेदारी
श्रीडूंगरगढ़ से विधायक ताराचंद सारस्वत का दावा
सारस्वत ने मंगलाराम और गिरधारी महिया को हराया
गौरव वल्लभ को उदयपुर शहर से हराने वाले ताराचंद जैन की भी दावेदारी
राजस्थान की विधानसभा के अटल पर इस बार भी कई चेहरे पहली बार विधायक बनकर आए हैं उनमें से बड़ी संख्या बीजेपी के विधायको की भी है.पहली बार करने वाले विधायकों को मंत्री बनने को लेकर कांग्रेस में जरूर पॉलिसी आगे आ जाती है लेकिन बीजेपी में ऐसा नहीं होता.हालांकि राजस्थान में मंत्री परिषद के सदस्यों की संख्या सीमित है और अनुभवी चेहरों को बनाने को लेकर अधिक दबाव भी रहता है इसके बावजूद बीजेपी पहली बार जीतने वाले विधायकों को मंत्री पद का अवसर देने में नहीं चूकती.योग्यता और सोशल इंजीनियरिंग के मद्देनजर नजर पहली बार जीतने वाले विधायक मंत्री परिषद का हिस्सा बन जाते हैं.