नई दिल्लीः केंद्र में एनडीए की लगातार तीसरी बार सरकार बनने जा रही है. कल यानि 9 जून को शाम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. हालांकि इस बार बीजेपी अकेले पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं कर पाई है. ऐसे में कुछ अन्य दलों के साथ एनडीए की सरकार बनेगी. जिसमें जेडीयू और टीडीपी इन दो दलों की मांग पहले पूरी करनी होगी. कि आखिर ये किस पर अपनी सहमित रखते है.
बिहार से कैबिनेट मंत्रियों का फॉर्मूला तय हो गया है. सूत्रों के मुताबिक BJP-JDU से कैबिनेट में बराबर मंत्री होंगे. राज्य के फॉर्मूले के आधार पर केंद्र में मंत्री होंगे. बिहार बीजेपी के जितने सांसद मंत्री बनेंगे, उतने ही जदयू के सांसद भी मंत्री बनेंगे. जेडीयू और बीजेपी अलग-अलग जातीय समीकरण के हिसाब से मंत्री पद के लिए अपने सांसदों का चयन करेंगे.
जेडीयू और टीडीपी का अहम रोलः
इस बार अन्य राज्यों की तुलना में बिहार और आंध्रप्रदेश के सदस्यों की संख्या मंत्रिपरिषद में अधिक रह सकती है. क्योंकि एनडीए जिसपर संख्या बल के आधार पर अपनी सरकार बनाने जा रहा है उसमें इन जेडीयू और टीडीपी का अहम रोल है.
बता दें कि नतीजों में एनडीए ने अपना परचम लहराया है. बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए ने 292 सीटों पर जीत दर्ज की और बहुमत हासिल किया है. बीजेपी ने अकेले 240 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने 234 सीटें जबकि अन्य ने 17 सीटों पर विजय दर्ज की.