नई दिल्ली: भारत ने बृहस्पतिवार को जी20 समूह से आग्रह किया कि वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर पश्चिमी देशों और रूस-चीन गठजोड़ के बीच बढ़ते तनाव के दौरान वैश्विक चुनौतियों से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए एक सामूहिक संदेश दे.
जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यूक्रेन विवाद का उल्लेख किए बिना कहा कि समूह को आम सहमति कायम करते हुए दुनिया को दिशा प्रदान करनी चाहिए.
कुछ प्रमुख चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की:
उन्होंने कहा कि हालांकि कुछ ऐसे मामले भी हैं, जिनको लेकर तीखे मतभेद हैं. जयशंकर ने कहा कि हमें यह याद रखना चाहिए कि इस समूह पर एक असाधारण जिम्मेदारी है. पहले हम एक वैश्विक संकट को लेकर एक साथ आ चुके हैं और आज एक बार फिर, वास्तव में, एक से अधिक संकट का सामना कर रहे हैं. जयशंकर ने कुछ प्रमुख चुनौतियों पर चिंता व्यक्त की, जिनमें कोविड महामारी के प्रभाव, कमजोर आपूर्ति श्रृंखलाएं, संघर्षों से उत्पन्न प्रभावों और ऋण संकट जैसी चुनौतियां शामिल हैं.
प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए एक सामूहिक संदेश दे:
उन्होंने कहा कि इन मुद्दों पर विचार करते समय हम सब हमेशा एक मत नहीं हो सकते. वास्तव में, कुछ ऐसे मामले हैं, जिनको लेकर तीखे वैचारिक मतभेद हैं. फिर भी, हमें आम सहमति कायम करते हुए दुनिया को दिशा प्रदान करनी चाहिए, क्योंकि वह हमसे यही उम्मीद कर रही है. उन्होंने समूह से आग्रह किया कि वह यूक्रेन संघर्ष को लेकर पश्चिमी देशों और रूस-चीन गठजोड़ के बीच बढ़ते तनाव के दौरान खाद्य तथा ऊर्जा सुरक्षा समेत वैश्विक चुनौतियों से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए एक सामूहिक संदेश दे. सोर्स-भाषा