जयपुर: राजस्थान में गणगौर के पर्व की धूम है. घर-घर गली मौहल्ले में गौर-ईसर की पूजा हो रही है. भगवान शंकर और पार्वती के रूप में गौर-ईसर की पूजा होती है. गणगौर-सुखी दाम्पत्य जीवन के साथ सुहाग पर्व माना जाता है.
होली के दूसरे दिन से सोलह दिनों तक लड़कियां पूजा करती है. नवविवाहिता शादी के प्रथम वर्ष पीहर में गणगौर की पूजा करती है. आखिरी में जगह-जगह गणगौर की सवारी के साथ मेला भरता है.
गुलाबी नगरी में गणगौर की ऐतिहासिक शाही सवारी निकलती है. 31 मार्च और एक अप्रैल को जयपुर में गणगौर की सवारी निकलेगी. हाथी, घोड़े और पालकी के साथ शाही अंदाज में सवारी निकाली जाती है.