जयपुर: दीपावली पर महंगे उपहार लेना और देना सरकारी कर्मचारियों को महंगा पड़ सकता है. उन पर कार्रवाई हो सकती है. प्राथमिकी भी दर्ज हो सकती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने महंगे उपहार, भेंट को भी एक तरीके से रिश्वत का ही एक हिस्सा माना है. महंगी भेंट, उपहारों को स्वीकारने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर एसीबी नजर रख रही है. प्रदेश में एसीबी की टीम लगातार बड़ी कार्रवाई को अंजाम दे रही है. अगर इस साल की बात की जाए तो एसीबी अब तक 250 मुकदमे दर्ज कर चुकी हैं.
एसीबी ने कई आईएएस और कई RAS तो कई आरपीएस अधिकारियों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए है, लेकिन अब एसीबी दीवाली के नजदीक आते ही विशेष एक्टिव नजर आ रही है. एसीबी ऐसे रिश्वतखोरों को पकड़ने में लगी हुई है.जो दिवाली पर महंगे गिफ्ट लेते है और देते है, उन पर एसीबी की टीम कड़ी नजर रख रही है. मिठाई के डिब्बों के अंदर जो घुस की राशि दी जाती है, वो भी एसीबी की रडार पर है.
दीपावली पर रिश्वतखोरों पर ACB की कड़ी नजर:
-ACB महंगे गिफ्टों पर रख रही कड़ी नजर
-ACB के रडार पर कई बड़े विभाग
-विभागों में महंगे गिफ्ट देने वाले और लेने वालों पर ACB की कड़ी नजर
-ACB सूत्रों के हवाले से खबर
-कई विभागों के अधिकारियों पर ACB रख रही नजर
-मिठाई के डिब्बों में रिश्वत पर भी ACB की नजर
-ACB डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा के नजर रखने के निर्देश
-समस्त चौकी प्रभारियों को दिए निर्देश
-ACB डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा की आमजन से अपील
-अगर किसी को मिले ऐसी सूचना तो ACB के हेल्पलाइन नंबर पर दे सूचना
-1064 ACB हेल्पलाइन नंबर पर दे सूचना
एसीबी के डीजी रवि प्रकाश मेहरड़ा ने सभी चौकी प्रभारी को निर्देश दिए है कि दिवाली के मौके पर दिए जाने वाले महंगे गिफ्टों पर नजर रखी जाये. जो महंगे लेते है उनपर कड़ी कार्रवाई की जाए.एसीबी के मुताबिक दीपावली त्यौहार के समय सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को विभिन्न उद्यमों, कॉरपोरेट हाऊस की ओर से सीधे या परोक्ष तरीके से भेंट, सौगात, उपहार देने की सालों पुरानी परंपरा है. सामान्य रूप से देखें तो इस तरह से दी जाने वाली और ली जाने वाली शुभेच्छा भेंट, उपहार और सौगात भी भ्रष्टाचार का ही एक हिस्सा है.
कई मामलों में तो सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों को कीमती चीज-वस्तुएं, देश-विदेश के पर्यटन स्थलों पर जाकर आने, ठहरने की टिकट, हवाई टिकट, महंगी होटलों की टिकटें भी दी जाती हैं. गिफ्ट वाउचर भी उपहार स्वरूप दिए जाते होने की बात सामने आई हैं. इस प्रकार के उपहार देने के पीछे सरकारी कामकाज में अपना उद्देश्य पूरा करना होता है. ऐसे में एसीबी अब दीपावली के दौरान शुभेच्छा के तहत दी जाने वाली ऐसी भेंट और उपहार को स्वीकारने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई करेगी. कार्यालय ही नहीं बल्कि संभावित अधिकारियों-कर्मचारियों के घरों पर भी एसीबी ने नजर रखना शुरू कर दिया है.