नई दिल्लीः टैरिफ वॉर में 'ग्लोबल साउथ एकजुट' है. ऐसा कर चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ट्रंप को कड़ा मैसेज देना चाहते है. अगले सप्ताह चीन में होने वाले SSO समिट मंच यादगार बन सकता है. समिट में भारत के पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत होगा.
चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग खुद मोदी और पुतिन का स्वागत करेंगे. ऐसा कर चीन, भारत को अपने माले में लाने का प्रयास करेगा. एक स्वतंत्र तटस्थ भारत का चीन के साथ आना फायदेमंद हो सकता है.
वहीं भारत पर 50 फीसदी अमेरिकी टैरिफ आज से लागू हो गया है इसमें से 25 फीसदी टैरिफ 7 अगस्त से ही लागू है. जबकि रूस से तेल खरीदने के कारण ट्रंप ने 25% जुर्माना टैरिफ लगाया है. ऐसे में आज से कुल 50 फीसदी टैरिफ प्रभावी होगा. 48 अरब डॉलर से अधिक मूल्य के निर्यात पर सीधा असर होगा. भारत ने इतने अधिक टैरिफ को अनुचित और अविवेकपूर्ण बताया था. अतिरिक्त टैरिफ के कारण लागत प्रतिस्पर्धा में गिरावट है. तिरुपुर, नोएडा और सूरत के कपड़ा और परिधान निर्माताओं ने उत्पादन रोका है. फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स और पेट्रोलियम जैसे कुछ महत्वपूर्ण उत्पाद टैरिफ से मुक्त है.