राजस्थान पर्यटन का स्वर्णकाल 'नो ऑफ सीजन, ऑल सीजन टूरिज्म सीजन', देश विदेश में बज रहा राजस्थानी पर्यटन उत्पादों का डंका, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: राजस्थान पर्यटन को मानो पंख लग गए हैं. चालू वर्ष के पहले छह महीने में ही प्रदेश में 8 करोड़ 41 लाख 86 हजार से ज्यादा पर्यटकों की आमद यह साबित कर रही है कि इस बार पिछले सभी रिकॉर्ड धराशाही होने वाले हैं. आज से नया पर्यटन सत्र भी शुरू हो गया है ऐसे में माना जा रहा है कि इस वर्ष प्रदेश में आने वाले पर्यटकों का आंकड़ा पहली बार 20 करोड़ के जादुई आंकड़े को पार कर जाएगा. 

प्रदेश में आने वाले पर्यटकों की माहवार संख्या:
माह                देशी                विदेशी           योग
जनवरी            12629862      224562        12854426
फरवरी            12111824        265240        12377064
मार्च               17563303       249737       17813040
अप्रेल             20867677        116443        20984120
मई                10308101         60166         10368267
जून                9743548          46514           9790062      
योग               83224315        962664        84186979


राजस्थान को पावणों का प्रदेश कहा जाता है. यहां हर सात कोस पर पगड़ी का रंग और प्रकार बदल जाता है. भाषा बदल जाती और खानपान में भी बदलाव हो जाता है. इसलिए ही राजस्थान को सतरंगी संस्कृति का प्रदेश कहा जाता है. हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत. स्थापत्य और इतिहास देश विदेश के पर्यटकों को लुभाता रहा है. यही कारण है कि कोरोना के अवसान के साथ ही राजस्थान पर्यटन में तेजी से बदलाव देखने को मिले. विगत सरकार ने प्रदेश में 1500 करोड़ का पर्यटन विकास कोष गठित किया और पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया. वहीं सूबे में सरकार बदलते ही पर्यटन विकास की पूरी योजना बनाकर उस पर काम शुरू किया गया. 

उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने पर्यटन क्षेत्र में अपने विजन से कम समय में ही नए प्रतिमान स्थापित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ और पर्यटन निदेशक डॉ रश्मि शर्मा और पूरी टीम ने जो मेहनत की उसका परिणाम सभी के सामने है. वर्ष 2022 में राजस्थान में रिकॉर्ड 10 करोड़ 87 लाख पर्यटक पहुंचे. वर्ष 2023 में यह आंकड़ा 18 करोड़ 6 लाख से ज्यादा रहा. इस वर्ष पहले 6 महीने में प्रदेश में 8 करोड़ 41 लाख से ज्यादा पावणें आए हैं. आम तौर पर राजस्थान में मई से अगस्त के चार महीने को पर्यटन के लिहाज से ऑफ सीजन माना जाता है, लेकिन इस बार यह मिथक भी टूट गया है. इन चार महीनों में भी प्रदेश में करीब 6 करोड़ पर्यटक आए. इससे साबित हो गया कि प्रदेश में अब 'नो ऑफ सीजन, ऑल सीजन टूरिज्म सीजन' कहा जाए तो बेहतर है.

वर्ष 2022 की बात करें तो इस वर्ष पहले छह महीने में प्रदेश में 6 करोड़ 62 लाख से अधिक पावणे आए जो वर्ष 2021 की अपेक्षा 81 प्रतिशत ज्यादा हैं. विदेशी पर्यटकों की संख्या में तो इन छह महीनों में 565 फीसदी वृद्धि हुई है जो देशभर में रिकॉर्ड है. वर्ष 2023 में इस अवधि में 7 करोड़ 87 लाख से ज्यादा पर्यटक आए थे जो वर्ष 2022 की तुलना में सवा करोड़ ज्यादा थी. जबकि इस वर्ष पहले 6 महीने में पिछले वर्ष की अपेक्षा 6.86 प्रतिशत ज्यादा है. अब चूंकि 1 सितंबर से औपचारिक तौर पर नया पर्यटन सत्र शुरू हो गया है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है आने वाले छह महीनों में प्रदेश में 12 करोड़ से ज्यादा पर्यटकों की आवक होगी.

इन छह महीनो में बहुत से मेले-उत्सव आयोजित होंगे, पर्यटन के बड़े-बड़े ईवेंट होंगे. दीपावली, क्रिसमस और न्यू ईयर जैसे मेगा इवेंट भी आयोजित होंगे. 25 सितंबर से पैलेस ऑन व्हील्स का संचालन शुरू हो जाएगा. इसलिए माना जा रहा है कि ट्रेवल इंडस्ट्री के लिए अगले छह महीने व्यस्त रखने वाले और मोटा राजस्व देने वाले होंगे. प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ का कहना है कि विभाग ने नई पर्यटन साइट्स एक्सप्लोर की हैं, इवेंट्स का पूरा कैलेंडर तैयार किया है और योजनाबद्ध तरीके से कार्यक्रमों को आयोजित किया जाएगा. प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ का कहना है कि देश विदेश में राजसथान पर्यटन के उत्पादों को लेकर रोड शो का फायदा मिलेगा. स्मारकों पर सुविधाओं का विकास और नवाचार पर्यटकों को हमारी संस्कृति से जोड़ने में कामयाब रहा है. आने वाले छह महीने राजस्थान पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होंगे. कुल मिलाकर कहा जा सकता है राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है और और आने वाले दिनों में प्रदेश में पावणों की संख्या में जोरदार इजाफा होगा.