राजकाज में अफसरों के काम का होगा रिव्यू, तकनीक के सहारे नेक्स्ट जनरेशन के सुधारों को बढ़ाया जाएगा, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः मुख्य सचिव वी.श्रीनिवास की प्रशासनिक सुधार के अपने मॉडल को नेक्स्ट जनरेशन में ले जाते हुए उसे मॉडल के रूप में स्थापित करने की मंशा है. इसके तहत उन्होंने दस सूत्रीय सुधार का प्लान तैयार किया है जिससे राजकाज पोर्टल के जरिये सरकारी कामकाज अलग स्तर पर ले जाने की तैयारी है. 

पूर्व मुख्य सचिव सुधांश पंत ने फाइल के औसत समय निस्तारण को आधार बनाकर रैंकिंग की थी. अब इसके अगले कदम के तहत राजकाज में दस स्तरीय चरण के मापदंड तय किए हैं-

1. शुरुआत से लेकर वापस शुरुआत तक फाइल 
जहां से फाइल की शुरुआत हुई वहां से शुरुआत वाले चरण तक का फाइल निस्तारण समय

2. हर अफसर का फाइल निस्तारण समय का है दूसरा चरण

3.पेंडेंसी सहित रसीद या प्राप्ति की प्रक्रिया

4.निस्तारण के विविध चरण- देरी 

5.राजकाज की मासिक रिपोर्ट का है पांचवां चरण.

6.ई फाइल के लिए आर्काइवल पॉलिसी या अभिलेख नीति

7.राजकाज का वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क और साइबर सुरक्षा

8.राजकाज पर उपयोगकर्ताओं की संख्या की समीक्षा

9.वरिष्ठ अधिकारी से फाइल वापस मंगाने का होगा नौवां चरण

10. हर अधिकारी के लिए कई लॉग इन आईडी की समीक्षा

इन दस चरणों से पूरा होगा राजकाज में अफसरों के काम का रिव्यू

इसके तहत सोमवार से ये काम होने हैं शुरू
-रेडियो/ डीडी न्यूज के जरिये जन संपर्क पोर्टल का लाभ बताने वाली सक्सेस स्टोरीज के साथ विज्ञापन अभियान
2. जनसंपर्क का ग्रामीण क्षेत्रों में प्रभाव के लिए जरूरी सहयोग करना
3. विभागोंयनिदेशकोंयऑफिसों का मासिक प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग
4. पेंशन अदालत के लिए पेंशनर शिकायत निवारण, विभागों के साथ मासिक समीक्षा बैठकें.
5.एचसीएम रीपा में नोडल ग्रीवियंस ऑफिसर की ट्रेनिंग
6.अपीलीय अधिकारियों के लिए काम को सुचारू करना.
7.कॉल सेंटर के कामकाज को सुचारू करना. 
8.प्रभावी शिकायत निवारण के लिए समग्र नीति का निर्माण जिसमें जड़ से समस्या का हो सके समाधान
9.जनसंपर्क में आए सुझावों को अलग किया जाना
10.आईआईटी जोधपुर,एमएनआईटी आदि के जरिये एआई का उपयोग करके जनसंपर्क में तकनीक को उन्नत करना.  

गुड गवर्नेंस की दो अहम कड़ी राजकाज पोर्टल और जनसंपर्क पोर्टल हैं जिन्हें तकनीक के सहारे नेक्स्ट जनरेशन के सुधारों को बढ़ाया जाएगा.