दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को साकार कर रही डबल इंजन सरकार- CM योगी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 55वीं पुण्यतिथि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके उन्हें श्रद्धांजलि दी.

मुख्यमंत्री ने पंडित उपाध्याय के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का कल्याण व विकास पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी का सपना था. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा की डबल इंजन सरकार पंडित उपाध्याय के सपनों को पूरा कर रही है.

आज से 55 साल पहले साजिश का शिकार हुई:
एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी लखनऊ में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति पार्क में स्थित प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद यहां आयोजित कार्यक्रम में कहा कि आजाद भारत में समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण की बात करने वाली आवाज आज से 55 साल पहले साजिश का शिकार हुई.
आदित्यनाथ ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय अंत्योदय की बात करने वाले ज्योतिपुंज थे. उन्होंने समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के कल्याण को राजनीतिक चिंतन का एजेंडा बनाया था. उनके इस चिंतन का असर आज दिखता है. आज एकात्म मानववाद की ताकत दुनिया देख रही है.

टीके की 220 करोड़ खुराक लोगों को मुफ्त दी गईं:
"मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन सरकार पूरी प्रतिबद्धता और ईमानदारी के साथ पंडित उपाध्याय के अंत्योदय के सपने को राष्ट्रोदय में बदलने का कार्य कर रही है. पहली बार मत, मजहब, क्षेत्र, भाषा के भेदभाव के बिना हर एक पात्र व्यक्ति को शौचालय, आवास, उज्ववला कनेक्शन मिल रहा है. बिना किसी भेदभाव बिजली आपूर्ति की जा रही है. देश की 80 करोड़ आबादी को मुफ्त राशन मिल रहा है. कोरोना महामारी के दौरान टीके की 220 करोड़ खुराक लोगों को मुफ्त दी गईं.

अनेक लोक कल्याणकारी कार्यक्रम चला रही:
आदित्यनाथ ने कहा कि डबल इंजन की सरकार आज जो कार्य कर रही है यही पंडित दीनदयाल उपाध्याय का सपना था. उन्होंने घोषणा की थी कि जब हम सत्ता में आएंगे तो एकात्म मानववाद और अंत्योदय वास्तविक रूप में दिखेगा. यह एक राजनीतिक ऋषि का चिंतन था जिसे भाजपा सरकार ने साकार किया है. उन्होंने कहा कि पंडित उपाध्याय की प्रेरणा तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश सरकार भी राज्य में अनेक लोक कल्याणकारी कार्यक्रम चला रही है. 

भेदभाव, सिर्फ योग्यता के आधार पर दी जा रही:
जन कल्याण के लिए प्रतिबद्धता व ईमानदारी से कार्य कर रही है. आज उत्तर प्रदेश में नौकरियां बिना भेदभाव, सिर्फ योग्यता के आधार पर दी जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, "कोरोना महामारी के कालखंड में जब पूरी दुनिया त्रस्त थी तब डबल इंजन की सरकार ने प्रबंधन और जनकल्याण का एक मॉडल प्रस्तुत किया. कोई महामारी समाप्त हो भी जाती है तो भुखमरी की बीमारी छोड़ जाती है. पर, डबल इंजन सरकार ने अहर्निश भाव से कार्य करते हुए महामारी पर तो नियंत्रण पाया ही, साथ ही गरीबों को भुखमरी से भी बचाया. सोर्स-भाषा