सरकार अगले पांच साल में हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 200 करेगी- ज्योतिरादित्य सिंधिया

नई दिल्ली: नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को कहा कि हवाई संपर्क को बढ़ावा देने के लिए सरकार अगले पांच साल में हवाई अड्डों की संख्या बढ़ाकर 200 करेगी जो अभी 145 है. इसके साथ ही सिंधिया ने आठ राज्यों से कहा कि वे एयर टर्बाइन ईंधन (विमानों में प्रयुक्त ईंधन) पर वैट (मूल्य वर्धित कर) में कमी लाएं जो अन्य प्रदेशों की अपेक्षा अधिक हैं.

सिंधिया ने राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान पूरक प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि 28 राज्य एयर टर्बाइन ईंधन पर सिर्फ एक से चार प्रतिशत वैट लेते हैं. लेकिन देश के आठ राज्य ऐसे हैं जो 20-30 प्रतिशत के बीच वैट वसूलते हैं. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस सदस्य सुखेंदु शेखर राय से आग्रह किया कि वह पश्चिम बंगाल सरकार से इस संबंध में वैट की दर कम करने का अनुरोध करें. उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ऐसा करती है तो वहां बेहतर हवाई संपर्क कायम करने में मदद मिलेगी. सिंधिया ने कहा कि यह सुनिश्चित करना केंद्र सरकार की जिम्मेदारी है कि हर राज्य नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में आगे बढ़े. उन्होंने कहा कि देश में 2013-14 तक केवल 74 हवाई अड्डे थे और इस सरकार ने पिछले आठ साल में 71 हवाई अड्डे बनाए हैं और यह संख्या 145 हो गई है.

उन्होंने यह संख्या अगले पांच साल में देश में हवाई अड्डों की संख्या 200 से अधिक हो जाएगी जिससे देश में हवाई संपर्क (कनेक्टिविटी) में वृद्धि होगी. आगामी अंतरराष्ट्रीय हॉकी टूर्नामेंट के आयोजन के मद्देनजर राउरकेला हवाई अड्डे के विकास के लिए इस्पात कंपनी सेल और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के बीच एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं. उन्होंने कहा कि एएआई ने इस हवाई अड्डे में ‘एटीआर’ के विकास के लिए 28 करोड़ रुपये का निवेश किया है. सोर्स- भाषा