जयपुर: विधानसभा चुनाव के दौरान पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा व भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ के बीच चली जुबानी तल्खी अभी भी जारी है और अब दोनों नेता सोशल मीडिया पर आपस मे भीड़ गए है. राजेन्द्र राठौड़ ने डोटासरा को अहंकारी कहा तो जवाब में डोटासरा ने राठौड़ पर टोल, बजरी, भूमाफिया होने का आरोप जड़ दिया.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा द्वारा विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते समय पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा पर किये गए अप्रत्यक्ष हमले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. मुख्यमंत्री के आरोपों का डोटासरा ने भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ के बहाने जवाब दिया, तो अब डोटासरा व राठौड़ आमने सामने हो गए है. भजनलाल शर्मा ने कहा था कि पता नहीं किस चक्की का आटा खाते है कि एक ही परिवार से चार चार RAS बन जाते है. इसके जवाब में डोटासरा ने कहा कि यह बात एक बार तारानगर से चुनाव लड़ने वाले नेताजी से पूछ लो. आइए आपको सुनाते है कि मुख्यमंत्री ने सदन में क्या कहा था और डोटासरा ने उसका क्या जवाब दिया था.
अपने जवाब में डोटासरा ने अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ पर निशाना साधा था. विधानसभा चुनाव में राठौड़ चुरू छोड़कर तारानगर चले गए थे जहां उनको हार का सामना करना पड़ा था. अब डोटासरा का बयान सुनकर राजेन्द्र राठौड़ ने सोशल मीडिया के माध्यम से शायराना अंदाज में डोटासरा पर हमला बोला. राठौड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा
इतना भी गुमान ना कर अपनी जीत पर ऐ बेखबर,
शहर में तेरी जीत से ज्यादा चर्चे तो मेरी हार के हैं.
सीकर वाले नेताजी, इतना भी अहंकार ठीक नहीं है. हार और जीत एक सिक्के के दो पहलू है. अभी एक परीक्षा और बाकी है.
युवा आज भी पूछ रहे हैं - एक ही परिवार से 4-4 आरएएस बनना संयोग था या प्रयोग ?
युवाओं के सपनों के सौदागरों को माफ नहीं किया जाएगा. जवाब तो देना ही पड़ेगा.
राजनीति में फटकारे के लिए मशहूर गोविंद डोटासरा भी कहाँ पीछे रहने वाले थे. उन्होंने बिना देर किए राठौड़ पर तीखा हमला किया. डोटासरा ने भी X पर लिखा
गलतफहमी ना पाल, ये जनता का पर्चा है
तेरे सिर्फ़ टोल, बजरी, भूमाफिया होने की चर्चा है
काश.. अवैध अड्डों से इतर तारानगर वाले नेताजी की जनता में भी चर्चा रहती तो जवाब सदन में मिलता.
और हां.. अहंकार नहीं, स्वाभिमान है! हमारे यहां बच्चों को मेहनत करने और पढ़ने की शिक्षा दी जाती है, टोल, बजरी और शराब के धंधे की नहीं.
अगली परीक्षा के लिए शुभकामनाएं.
डोटासरा के इस जवाब के बाद राठौड़ कहा रुकने वाले थे. उन्होंने फिर पोस्ट किया और लिखा
बेरोजगारों का पर्चा लीक करने में भी मेहनत होती है,
यह अजीबोग़रीब कहानी आपकी अदा से ही क्यों बयाँ होती है
गरीबों के सपने कुचलने में कैसा स्वाभिमान ?
गफलतों में डूबी तुम्हारी जिंदगी में नफरत की आग जमा है.
गली गली में चर्चे है तेरे "क़लामों" के,
पर "कलामों" के पन्नों पर कई दाग जमा है.
राजनीति में आलोचना-समालोचना जमकर करो,
लेकिन ये गुंजाइश रहे कि मर्यादाहीन भाषा
आने वाली पीढ़ी को हिबा ना हो और
जब कभी नजरें मिले तो हम शर्मिंदा ना हों...
दोनों के बीच इस बयानबाजी के बीच राजस्थान की राजनीतिक लोकसभा चुनाव से पहले फिर गरमा गई है. राठौड़ व डोटासरा के बीच आरोप प्रत्यारोप का सियासी सिलसिला पुराना है. अब तक विधानसभा में दोनो कटाक्ष करते थे, लेकिन अब सदन के बाहर दोनों एक दूसरे पर हमले बोल रहे है. लगता आने वाले दिनों में शेखावाटी के इन दोनों दिग्गजों के बीच सियासी वार और तेज हो जाएंगे.