कोचिंग संस्थानों को लेकर ग्रेटर निगम का एक्शन, दो कोचिंग को किया सीज, निरीक्षण के लिए 6 सदस्य कमेटी का भी गठन

जयपुरः ​दिल्ली में हुए हादसे और फर्स्ट इंडिया न्यूज़ के रियलिटी चेक के बाद आखिरकार ग्रेटर नगर निगम एक्शन में आया नियम विरुद्ध और बिना फायर एनओसी इक्विपमेंट के चल रहे दो कोचिंग संस्थान को ग्रेटर नगर निगम में मौके पर ही सीज किया वहीं अब कोचिंग संस्थानों के निरीक्षण के लिए 6 सदस्य कमेटी का भी गठन किया गया है जो की आने वाले दिनों में कोचिंग संस्थानों का निरीक्षण कर उनके मापदंडों को जाचने का काम करेगी.

जयपुर दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित एक कोचिंग सेंटर पर हुए हादसे के बाद जयपुर में ग्रेटर नगर निगम हरकत में आया. महापौर सौम्या गुर्जर फायर और मानसरोवर जोन टीम के साथ कोचिंग सेंटर्स का निरीक्षण करने निकली यहां गोपालपुरा बाईपास पर संचालित हो रहे गुरु कृपा और कलाम जैसे दो बड़े कोचिंग सेंटर्स पर फायर एनओसी नहीं होने एक कक्षा कक्ष में 500 से 700 छात्र पढ़ाई जाने किसी तरह की फायर एग्जिट नहीं होने और बिल्डिंग बायलॉज की पालना नहीं किए जाने के चलते सीज किया गया.

आप जिस कोचिंग संस्था में पढ़ते हैं क्या वह कोचिंग संस्थान आपकी सुरक्षा के पूरे इंतजाम रखती है महापौर डॉक्टर सौम्या गुर्जर कोचिंग सेंटर्स की मनमानी पर प्रहार करते हुए छात्रों से यह सवाल पूछे छात्रों ने अपनी सुरक्षा को लेकर पूछे गए इस सवाल पर एक सुर में कहा 'नहीं'. जयपुर के गोपालपुरा बाईपास पर संचालित होने वाले कोचिंग सेंटर्स के औचक निरीक्षण के दौरान कोचिंग सेंटर्स पर भारी अनियमितता देखने को मिली. यहां फायर एनओसी, फायर एग्जिट और बिल्डिंग में लॉज की पालना नहीं होने पर महापौर ने कोचिंग संचालकों को चेताते हुए कहा कि छात्रों की सुरक्षा से किसी प्रकार से समझौता नहीं किया जाएगा और यह शुरुआत है गोपालपुरा बायपास पर सैकड़ों कोचिंग संस्थान संचालित हैं जिन पर नियमित रूप से निरीक्षण करते हुए कमी खामी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी

महापौर और निगम प्रशासन के इस औचक निरीक्षण के दौरान गुरु कृपा कोचिंग इंस्टिट्यूट में न तो फायर एनओसी मिली न यूडी टैक्स जमा कराया गया और न ही बिल्डिंग परमिशन नहीं होने के चलते बिल्डिंग को सीज किया गया इसी तरह कलाम इंस्टीट्यूट में 700 बच्चे एक ही कक्षा कक्ष में पढ़ते हुए मिले  जिस पर महापौर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए छात्रों और अभिभावकों से भी अपील की कि उन्हें भी इस तरह के कोचिंग संस्थानों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए. और इस तरह की कोचिंग संस्थानों की शिकायत निगम में करें. महापौर के निरीक्षण करने के बाद यहां डीसी फायर और डीसी मानसरोवर ने इन कोचिंग संस्थानों पर सीलिंग की कार्रवाई की हालांकि यहां सीएलसी कोचिंग सेंटर पर फायर इक्विपमेंट की जांच के दौरान किसी तरह की कमी नहीं पाए जाने पर संतुष्टि भी व्यक्त की.

आपको बता दें कि महापौर ने ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में तमाम कोचिंग संस्थानों की सुरक्षा व्यवस्था फायर एनर्जी की जांच और निरीक्षण के लिए मुख्यालय स्तर पर एक कमेटी का गठन किया है जिसमें डीसी हेडक्वार्टर डीसी फायर जोन उपायुक्त और उनके अलावा तीन तकनीकी अधिकारियों को शामिल किया गया है यह टीम जल्द ही शहर का सर्वे कर रिपोर्ट पेश करेगी और लापरवाही बरतने वाली कोचिंग संस्थानों को नोटिस भी देगी.