Rajasthan: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल बोले- सत्ता का लालच कांग्रेस पार्टी की विशेषता है

जयपुर: केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने रविवार को तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार द्वारा आपातकाल लगाए जाने का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि ‘सत्ता का लालच’ कांग्रेस पार्टी की विशेषता है. गोयल ने यहां आपातकाल दिवस पर "प्रबुद्ध जन सम्मेलन" को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल केवल इसलिए लगाया गया क्योंकि अदालत ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को भ्रष्ट सरकार घोषित कर दिया था और कहा था कि वह छह साल तक कोई पद नहीं संभाल सकतीं.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी सत्ता में आए बिना नहीं रह सकती. सत्ता में आने का लालच पार्टी की विशेषता है. गोयल रविवार को केंद्र में भाजपा सरकार के नौ साल पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के लिये पार्टी के अभियान के तहत यहां पहुंचे थे. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने देश में आपातकाल के दौर का जिक्र करते हुये कहा कि आज का दिन स्वतंत्र भारत के लिए 'काला दिन' है. उन्होंने कहा कि 25 जून, 1975 को कांग्रेस सरकार ने आपातकाल की घोषणा कर दी और 1.40 करोड़ से अधिक लोगों को बिना किसी कानूनी प्रक्रिया का पालन किये जेल में डाल दिया गया. उन्होंने कहा कि उस दौरान अल्पसंख्यकों के घरों के अलावा आजादी और लोकतंत्र को नष्ट कर दिया गया. उन्होंने कहा कि देश के लोगों की जबरन नसबंदी की गई. उन्होंने कहा कि गांधी परिवार की सत्ता लोलुपता की मानसिकता कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी के एक टीवी इंटरव्यू में दिए गए बयान से भी झलकती है जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में गांधी परिवार के लिए अलग कानून होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि ना तो राहुल गांधी, ना ही मल्लिकार्जुन खरगे या सोनिया गांधी ने तिवारी के बयान का खंडन किया, जो कांग्रेस पार्टी की सोच को दर्शाता है. उन्होंने कहा, 'मैं समझता हूं कि इस देश की 140 करोड़ जनता इस बात को स्वीकार नहीं करेगी कि भारत में गांधी परिवार के लिए अलग कानून हो. जब उनसे कांग्रेस के उस आरोप के बारे में पूछा गया जिसमें कहा गया है कि जो भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विरोध करता है उसे जेल में डाल दिया जाता है या उसकी आवाज दबा दी जाती है और देश में अघोषित आपातकाल है. इसके जवाब में गोयल ने कहा कि मीडिया सवाल पूछने के लिए स्वतंत्र है, चुनाव पारदर्शी तरीके से समयबद्ध ओर तय समय में हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल हर पार्टी चुनाव हार रही है और जीत रही है, लेकिन आपातकाल में चुनाव स्थगित कर दिये गये था तथा सांसदों को संसद में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई.

केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इसका भ्रष्टाचार दिन-ब-दिन उजागर हो रहा है. उन्होंने गहलोत पर राज्य को विकास से वंचित रखने का आरोप लगाया और कहा कि उनकी सरकार के मंत्री और विधायक जानते हैं कि उनके पास थोड़ा समय बचा है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के चुनावी घोषणा पत्र में किये गये वादे अभी तक पूरे नहीं किये गये हैं. उन्होंने कहा 'मैं राजस्थान को फिसड्डी राज्य बनाने के लिए अशोक गहलोत जी को पूरी तरह से दोषी मानता हूं. सोर्स- भाषा