धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में बुधवार को दशहरा के जश्न के दौरान रावण के पुतले का सिर नहीं जल पाने के कारण नगर पालिक निगम के लिपिक को निलंबित कर दिया गया है और चार अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि दशहरा के जश्न के दौरान रावण का पुतला तैयार करने में बरती गई लापरवाही के कारण धमतरी नगर पालिक निगम ने सहायक ग्रेड तीन राजेंद्र यादव को निलंबित कर दिया है.
धमतरी नगर पालिक निगम के आयुक्त द्वारा जारी निलंबन आदेश में कहा गया है, ‘‘राजेंद्र यादव, सहायक ग्रेड तीन नगर पालिक निगम, धमतरी द्वारा दशहरा उत्सव के लिए रावण का पुतला तैयार करवाने में घोर लापरवाही बरती गई है, जिससे निगम की छवि धूमिल हुई है. उपरोक्त कारणों के दृष्टिगत उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है. निलंबन अवधि में वह नियमानुसार निर्वाह भत्ता के पात्र होंगे.’’ अधिकारियों ने बताया कि इसके साथ ही निगम के सहायक अभियंता विजय मेहरा और उप अभियंता लोमस देवांगन, कमलेश ठाकुर और कामता नागेंद्र को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने बताया कि धमतरी शहर में हर साल धूमधाम से दशहरा का पर्व मनाया जाता है. मुख्य समारोह के लिए नगर पालिक निगम द्वारा रावण का पुतला तैयार किया जाता है.
बुधवार को जब समारोह के लिए रावण का पुतला मैदान में लगाया गया, तब उसकी कद-काठी और फटे कपड़े को देखकर लोग मजाक बनाने लगे. यही नहीं, सोशल मीडिया पर पुतले की कई तस्वीरें और वीडियो भी प्रसारित किए गए. अधिकारियों के मुताबिक, जब शाम को रावण के पुतले को जलाया गया, तब उसके धड़ का हिस्सा चार मिनट में ही जल गया, लेकिन दसों सिर बचे रह गए. इससे लोगों के सामने नगर पालिक निगम की छवि धूमिल हुई. धमतरी नगर निगम के महापौर विजय देवांगन ने कहा कि रावण के पुतले के निर्माण की जिम्मेदारी जिन लोगों को सौंपी गई थी, उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. अब पुतले के निर्माण से संबंधित राशि का भुगतान भी रोका जाएगा. सोर्स- भाषा