जयपुरः राजधानी जयपुर के हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम सहित पूरे प्रदेश के नगरीय निकायों में 20 और 21 मार्च को जन्म, मृत्यु और विवाह सर्टिफिकेट नहीं बन पाएंगे, पहचान पोर्टल को भामाशाह स्टेट डाटा सेंटर पर माइग्रेट करने के चलते दो दिन तक पूरी तरह ये सेवाएं बंद रहेंगी, लेकिन माईग्रेट होने के बाद सिस्टम में सर्वर डाउन जैसी शिकायतें देखने को नहीं मिलेंगी.
पिछले 12 साल से पहचान पोर्टल चल रहा सांख्यिकी विभाग के सर्वर पर
पुराने सर्वर होने से कई बार सर्वर डाउन जैसी शिकायतों का करना पडता था सामना
जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन का कार्य ऑनलाईन वेबपोर्टल 'पहचान' के माध्यम से
मौजूदा वक्त में करीब 3.50 करोड़ का डाटा हो चुका इस सर्वर पर संग्रहित
आगामी वक्त को देखते हुए अब इसे भामाशाह स्टेट डाटा सेंटर पर किया जा रहा माईग्रेट
राज्य में 2013 से पहचान पोर्टल आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सर्वर पर चल रहा है, पुराना सर्वर होने के चलते आए दिन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इसका समाधान निकाला गया है,आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के निदेशक और संयुक्त शासन सचिव विनेश सिंघवी ने बताया कि आमजन की सुविधा के लिए राज्य में जन्म-मृत्यु और विवाह पंजीयन का कार्य ऑनलाईन वेबपोर्टल 'पहचान' के माध्यम से सरलता से किया जा रहा है. इसके जरिए कंप्यूटराइज्ड और ई-साईन युक्त जन्म, मृत्यु और विवाह प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं, लेकिन वर्तमान में 'पहचान' पोर्टल पर जन्म, मृत्यु और विवाह पंजीयन से संबंधित लगभग 3.50 करोड़ डाटा संग्रहित हो चुका है.भविष्य में ये डाटा और ज्यादा बढ़ेगा, इसे ध्यान में रखते हुए पहचान पोर्टल को भामाशाह स्टेट डाटा सेंटर (BSDC) पर माइग्रेशन किया जा रहा है, ताकि पंजीयन का कार्य सुचारू रूप से होता रहे.
प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा सकेंगेः
इस कार्य की क्रियांविति करने के लिए 20 और 21 मार्च को पहचान पोर्टल से जन्म, मृत्यु और विवाह पंजीयन से संबंधित सभी कार्य बंद रहेंगे. साथ ही प्रमाण पत्र भी जारी नहीं किए जा सकेंगे, इस संबंध में सभी नगर निगमों के जन्म-मृत्यु पंजीयन रजिस्ट्रार और जिला रजिस्ट्रार को निर्देश जारी किए गए हैं, साथ ही आमजन से भी अपील की गई है कि पोर्टल की सेवाएं फिर से सुचारू होने के बाद ही वो आवेदन करें, माइग्रेशन का काम पूरा होते ही पोर्टल पहले से ज्यादा प्रभावी ढंग से काम करेगा. आमतौर पर सर्वर डाउन जैसी शिकायतों के चलते आमजन को खासी परेशानी का सामना करना पडता था लेकिन सिस्टम के अपडेट और माइग्रेट होने से आमजन को अब जन्म और मृत्यू प्रमाण पत्र के लिए अब इंतजार नही करना पडेगा.