मेलबर्न: ऑस्ट्रेलिया पूर्व दिग्गज विकेटकीपर इयान हीली ने कहा कि भारत दौरे पर अगर पिच पूरी तरह से स्पिनरों की मददगार हुई तो घरेलू टीम का पलड़ा भारी होगा लेकिन अगर पिच बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिये अच्छी हुई तो उनकी टीम के पास जीत दर्ज करने का मौका होगा.
दोनों टीमें चार मैचों की बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट श्रृंखला में नौ फरवरी से नागपुर में आमने सामने होगी. हीली ने ‘एसईएनक्यू ब्रेकफास्ट’ से कहा कि अगर वह ऐसी पिच तैयार करते हैं जो शुरुआत में बल्लेबाजी के लिए अच्छी हो और खेल के आगे बढ़ने के साथ स्पिनरों की मददगार हो तो ऑस्ट्रेलिया के जीतने की संभावना अधिक होगी.
ऐसी परिस्थितियों में भारतीय टीम हमसे बेहतर:
उन्होंने कहा कि मैं पहले टेस्ट के लिए (मिचेल) स्टार्क और (नाथन) लियोन को लेकर चिंतित हूं. अगर वहां की पिच वैसी हुई, जैसा कि हमने पिछले दौरे में देखा था तो भारतीय टीम अच्छी स्थिति में होगी. उस समय पहले दिन से ही गेंद असामान्य उछाल ले रही थी और रूक कर आ रही थी. मुझे लगता है कि ऐसी परिस्थितियों में भारतीय टीम हमसे बेहतर है. हीली ने टीम के युवा खिलाड़ियों से दबाव झेलने और क्षेत्ररक्षण में कम गलतियां करने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं खिलाड़ी उस दबाव (स्थानीय टीम से) से बचने की जगह डटकर उसका सामना करें.
गेंद की उछाल और गति से आप 13 मौके बना सकते है:
उन्होंने कहा कि भारत में 10 विकेट झटकने के लिए आपको 10 मौके ही मिलेंगे जबकि ऑस्ट्रेलिया में गेंद की उछाल और गति से आप 13 मौके बना सकते है. ऐसे में क्षेत्ररक्षण करते ऑस्ट्रेलिया में आप चूक कर सकते है लेकिन भारत में यह काफी महंगा पडेगा. ऑस्ट्रेलिया ने भारत में 2004 के बाद कोई टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है. टीम नौ फरवरी से नागपुर के बाद नयी दिल्ली (17 से 21 फरवरी), धर्मशाला (एक से पांच मार्च) और अहमदाबाद (नौ से 13 मार्च) में मैच खेलेगी. सोर्स-भाषा