जयपुर: राजस्थान पुलिस की एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) और प्रतापगढ़ पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है. संयुक्त कार्रवाई में प्रतापगढ़ जिले के पीपलखूंट थाना क्षेत्र से 50 करोड़ रुपये की अवैध एमडी ड्रग फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए 25 हजार रुपये का इनामी मोस्ट वांटेड तस्कर जमशेद उर्फ जम्मु लाला निवासी देवल्दी को गिरफ्तार किया है.
प्रतापगढ़ में हुई इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री से 17.4 किलोग्राम एमडी पाउडर, 70 किलोग्राम से अधिक केमिकल पदार्थ और एमडी ड्रग बनाने में प्रयुक्त उपकरण बरामद किए.यह कार्रवाई एडीजी अपराध श्री दिनेश एमएन के निर्देशन में की गई टीम का नेतृत्व प्रतापगढ़ एसपी बी. आदित्य ने किया. पुलिस मुख्यालय की एजीटीएफ कई दिनों से इनामी बदमाशों, गैंगस्टरों और तस्करों पर निगरानी रख रही थी. इन्हीं प्रयासों का नतीजा है कि यह कार्रवाई सफल हो सकी.कई दिनों तक रैकी के बाद पुष्टि हुई कि टांडा बड़ा, सरहद बोरी मोजल स्थित ईश्वर मीणा के झोंपड़े में जम्मु लाला द्वारा एमडी ड्रग बनाई जा रही है.
सूचना पुख्ता होने पर पीपलखूंट थाना पुलिस और डीएसटी की मदद से वहां छापा मारा गया. छापे के दौरान जम्मु लाला को गिरफ्तार कर फैक्ट्री से भारी मात्रा में ड्रग और उपकरण जब्त किए गए.जमशेद उर्फ जम्मु लाला पर पहले से भी संगीन आरोप हैं. 16 दिसम्बर 2024 को एजीटीएफ और अरनोद थाना पुलिस ने उसके देवल्दी गांव स्थित ठिकाने पर छापा मारा था. उस दौरान पुलिस ने 40 करोड़ रुपये की एमडीएमए और अन्य केमिकल बरामद किए थे. इस मामले में आरोपी याकूब, जमशेद और साहिल फरार हो गए थे, जिन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था
पुलिस जांच में यह तथ्य भी सामने आया कि मुख्य आरोपी याकूब खां मादक पदार्थों की तस्करी से अवैध संपत्ति खड़ी कर रहा था. उसने वर्ष 2024 में मध्य प्रदेश के जावरा स्थित हुसैन टेकरी इलाके में अपनी पत्नी बखमीना बी के नाम पर करीब 1 करोड़ रुपये कीमत का होटल/लॉज खरीदा था. प्रतापगढ़ पुलिस ने वित्तीय जांच के बाद सक्षम प्राधिकारी भारत सरकार के निर्देश पर एनडीपीएस एक्ट की धारा 68एफ(1) के तहत 28 अगस्त को उक्त संपत्ति को फ्रीज कर दिया. इस कार्रवाई में एजीटीएफ के हेड कांस्टेबल महावीर सिंह और कांस्टेबल नरेंद्र पाटीदार ने विशेष भूमिका निभाई.
वहीं प्रतापगढ़ डीएसटी प्रभारी उप निरीक्षक रविंद्र पाटीदार, उप निरीक्षक पन्नालाल, एएसआई प्रताप सिंह, कांस्टेबल विनोद, नरेंद्र सिंह, पंकज, रमेश चंद, हेमेन्द्र सिंह, संदीप, रमेश चंद और अरविंद सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही. पीपलखूंट थाना प्रभारी नरेश पाटीदार और उनकी टीम भी इस अभियान का हिस्सा रही.पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ यह कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण है. लगातार हो रही सख्त कार्रवाई से ड्रग माफिया पर दबाव बढ़ा है और प्रदेश में नशे के कारोबार को जड़ से खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है.