जयपुर: अल्पसंख्यक समुदायों के समग्र विकास के लिए अल्पसंख्यक मामलात विभाग की ओर से कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है. अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने बताया कि अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदाय के सिख समुदाय के विशिष्ट सामाजिक, आर्थिक व सांस्कृतिक उन्नयन एवं सर्वांगीण विकास (कल्याण) के लिए गुरुनानक देव सिख कल्याण बोर्ड, राजस्थान का गठन किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अल्पसंख्यक समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है.
अल्पसंख्यक समुदायों के सर्वांगीण विकास के लिए अल्पसंख्यक मामलात विभाग निरंतर प्रयासरत है. राज्य सरकार द्वारा गठित इस बोर्ड में कुल मनोनीत 7 सदस्य होंगे. जिसमें एक अध्यक्ष, एक उपाध्यक्ष एवं 5 सदस्य होंगे. बोर्ड का कार्य सिक्ख समुदाय के विभिन्न वर्गों की समस्या की पहचान करना, सर्वेक्षण करना तथा उनके समग्र विकास के कार्य करना है. सिख समुदाय के विभिन्न वर्गों के लोगों के आर्थिक अभिवृद्धि, उन्नयन, उत्थान के लिए विभिन्न योजनाएं प्रस्तावित करना तथा रोजगार को बढ़ावा देने के लिए उपाय सुझाना है.
साथ ही बोर्ड का कार्य सिक्ख समुदाय के विभिन्न वर्गों के विकास से संबंधित योजनाओं का प्रारूप तैयार कर राज्य सरकार को अपनी अभिशंषा के साथ प्रेषित करना, सिक्ख समुदाय की सामाजिक बुराइयों, कुरीतियों के विरुद्ध ठोस उपाय करने के लिए राज्य सरकार को अभिशंषा के साथ सुझाव देना, सिक्ख समुदाय के लिए संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विभागों से समन्वय कर सुझाव देना है.
बोर्ड के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष का रहेगा:
इसके अतिरिक्त बोर्ड के प्रमुख कार्य सिख समुदाय के परंपरागत व्यवसाय की वर्तमान स्थिति, हालात में बदलाव के तौर तरीकों में आधुनिक दृष्टिकोण से उन्नयन के लिए सुझाव देना, सिक्ख समुदाय की कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उपाय सुझाना, सिक्ख समुदाय की धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं तथा ट्रस्ट में बतौर कार्मिक कार्य करने वाले ग्रंथी/सेवकों तथा कर्मचारियों को रोजगार के बेहतर अवसर/सुविधाएं उपलब्ध कराने की दृष्टि से अध्ययन कर राज्य सरकार को सुझाव देना है. बोर्ड के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्ष का रहेगा.