VIDEO: स्वतंत्रता दिवस और बड़ी चौपड़, यहां निभाई जा रही सालों पुरानी परंपरा, दोनों पार्टियों के लगते है मंच, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: सवाई जयसिंह का बसाया जयपुर शहर बदल रहा है.आधुनिकता की चादर फैलता जा रहा.जयपुर अब दुनिया की धरोहर है.परकोटा का गवाह बन चुका है मेट्रो ट्रेन का. इतने पर भी कुछ बातें है जो नहीं बदली गुलाबी शहर की. आज भी उसी बड़ी चौपड़ ने इतिहास के पन्ने को फिर पलटा.यहां मनाई गई स्वाधीनता पर्व की वर्षगांठ.पक्ष और विपक्ष ने स्वाधीनता दिवस मनाया. सत्ता पक्ष की ओर से उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेम चंद बैरवा ने तिरंगा फहराया और विपक्ष के मंच से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने झंडारोहण किया. बीजेपी और कांग्रेस की शहर इकाइयों ने कार्यक्रम आयोजित किए.दोनों दलों के नेताओं ने एक दूसरे पर तंज कसा. ऑपरेशन सिंदूर छाया रहा और देश के विभाजन के लिए बीजेपी ने कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया.वोट चोरी के मुद्दे पर कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा.

जयपुर एक अद्भुत शहर जो ज्योतिष, तंत्र, मंत्र और सिद्धि से बसा.जो वास्तु शिल्प के लिए भी दुनिया में जाना गया.सवाई राजा जयसिंह ने देश और विदेश के ख्यातनाम शिल्पकारों, वास्तु कारो और ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों के जरिए जयपुर की रचना की.इन्हीं रचनाओं में से एक है बड़ी चोपड़.पूरे प्रदेश में बड़ी चौपड़ ही वो जगह है जहां स्वाधीनता और गणतंत्र दिवस पर प्रजा मंडल के दौर से झंडा फहराया जाता रहा है.आजादी के आंदोलन का गवाह रहा है बड़ी चौपड़.हालांकि समय काल परिस्थिति के अनुसार झंडारोहण का नेतृत्व करने वाले बदल जाते है.जैसे कि इस बार स्वाधीनता वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मौजूदगी जोधपुर में थी लिहाजा पहली राज्य के उप मुख्यमंत्री की ओर से तिरंगा फहराया गया.

बीजेपी के दलित नेता और उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेम चंद बैरवा ने बड़ी चौपड़ पर जयपुर शहर बीजेपी के मंच से झंडा फहराया.इस दौरान जयपुर सांसद मंजू शर्मा,विधायक बाल मुकुंदाचार्य,गोपाल शर्मा,मेयर सौम्या गुर्जर,कुसुम यादव शहर बीजेपी अध्यक्ष अमित गोयल की मौजूदगी रही.पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और हरियाणा प्रभारी सतीश पूनिया बड़ी चौपड़ का महत्व समझते हुए मौजूद रहे.प्रेम चंद बैरवा ने अपने संबोधन में बताया कि क्रान्तिकारियों के बलिदान ने देश को आजादी दिलाई आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत का पूरी दुनिया में परचम लहरा रहा.किन्ही कारणों से बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ नहीं आ पाए.

चाहे सुखाडिया का सियासी युग हो या फिर भैरों सिंह शेखावत का.चाहे वसुंधरा राजे का सियासी दौर हो या फिर गहलोत का.स्वाधीनता दिवस का अवसर राजधानी जयपुर के बड़ी चौपड़ के लिये विशेष होता है.आज भजन लाल शर्मा के सियासी युग में भी यहां की प्रासंगिकता है इसलिए तो मुख्यमंत्री के पद पर नहीं रहते हुए भी अशोक गहलोत बड़ी चौपड़ पहुंचे और स्वाधीनता दिवस का पर्व मनाया.

बड़ी चौपड़ पर स्वाधीनता दिवस के दिन पहले झंडारोहण सत्तापक्ष की ओर से होता है. ठीक उसके बाद विपक्षी दल के नेता राष्ट्रीय ध्वज फहराते है. सत्तापक्ष के मंच का मुंह पूर्व मुखी यूं कहे रामगंज चौपड़ की ओर देखता हुआ होता है. पूर्व की तरफ होने का कारण है "उदय होता सूर्य". वहीं विपक्षी पार्टी के मंच का मुंह सांगानेरी गेट की ओर देखता हुआ रहता है. दोनों ही दलों की शहर इकाई इन कार्यक्रमों को आयोजित करती है. 

राज्य में विपक्षी दल कांग्रेस की ओर से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने झंडारोहण किया.जूली ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार बाबा साहेब अंबेडकर के बनाए संविधान को बदलने का कुत्सित प्रयास कर रही. पूर्व सीएम गहलोत ने मीडिया से वोट चोरी समेत कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा वही राज्य की बीजेपी सरकार पर तंज कसे.पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा कि राज्य की कानून व्यवस्था लचर है.कांग्रेस के मंच पर विधायक रफीक खान,अमीन कागजी, प्रताप सिंह खाचरियावास, रोहित बोहरा ,वैभव गहलोत,RR तिवाड़ी सरीखे नेताओं की मौजूदगी रही.